I have to write a hindi essay on swachta abhiyan hetu hamara yogdaan.
Answers
नियमित रूप से सफाई करके हमारे कमरे और घर साफ बनाए रखें। यह आवासीय या व्यावसायिक क्षेत्रों में कुछ जगहों पर रखे हुए कचरे डिब्बों में कचरा फेंकने की आवश्यकता है। हमको कचरा हर जगह फेंकना नहीं करना चाहिए । माल विसर्जन खुले हवा में नहीं करना चाहिए।
तालाबों के पानी को गंदा नहीं करना है। सभी अपने घरों में शौचालय बनवाएँ । आस-पास इलाके में कोई कचरे के डिब्बे नहीं रखे हो तो, उस व्यवस्था के लिए पंचायत, नगर निगम या निगम के स्थानीय प्रतिनिधियों से संपर्क करें । सड़कों पर या कार्यालय क्षेत्रों में कचरा इधर उधर फेंकने वालों को अच्छा अनुशासन के बारे में बताना चाहिए। लोगों को शिक्षित करना चाहिए।
हम दिन्नेरों या पार्टियों या सालगिरों के दौरान, हमारे निजी घर, रास्ता और सार्वजनिक पार्क, सार्वजनिक स्थानों पर कूड़े नहीं फेंकना चाहिए। केवल कचरे के डिब्बे का उपयोग करना चाहिए। रास्ताओं, क्षेत्रों में बारिश के पानी या अन्य पानी जमा न होने दें। उन्हें साफ करना है और उधर कुछ कीटाणुनाशक छिड़काव करवाना है। यह सब करने के लिए, उपयुक्त व्यक्तियों को सूचित करें।
स्वच्छता के सिद्धांतों के बारे में जिन लोगों को पता नहीं है, उन लोगों को शिक्षित करें। ये सभी, तेजी से विकसित कर रहा भारत के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदूषण और गंदगी लोगों की लापरवाही के कारण बढ़ रहे हैं। भारत की जनसंख्या बहुत ज्यादा है, इसलिए कुछ व्यक्तियों द्वारा भारत को स्वच्छ बनाया रखना संभव नहीं है। हर एक को अपनी क्षमता और पहुँच से योगदान देना होगा।
सब से पहले, हम सभी खुद को और अपने आवासीय क्षेत्रों को साफ बनाए रखने से स्वच्छता अभियान में योगदान कर सकते हैं।
नियमित रूप से सफाई करके हमारे कमरे और घर साफ बनाए रखें। यह आवासीय या व्यावसायिक क्षेत्रों में कुछ जगहों पर रखे हुए कचरे डिब्बों में कचरा फेंकने की आवश्यकता है। हमको कचरा हर जगह फेंकना नहीं करना चाहिए । माल विसर्जन खुले हवा में नहीं करना चाहिए।
तालाबों के पानी को गंदा नहीं करना है। सभी अपने घरों में शौचालय बनवाएँ । आस-पास इलाके में कोई कचरे के डिब्बे नहीं रखे हो तो, उस व्यवस्था के लिए पंचायत, नगर निगम या निगम के स्थानीय प्रतिनिधियों से संपर्क करें । सड़कों पर या कार्यालय क्षेत्रों में कचरा इधर उधर फेंकने वालों को अच्छा अनुशासन के बारे में बताना चाहिए। लोगों को शिक्षित करना चाहिए।
हम दिन्नेरों या पार्टियों या सालगिरों के दौरान, हमारे निजी घर, रास्ता और सार्वजनिक पार्क, सार्वजनिक स्थानों पर कूड़े नहीं फेंकना चाहिए। केवल कचरे के डिब्बे का उपयोग करना चाहिए। रास्ताओं, क्षेत्रों में बारिश के पानी या अन्य पानी जमा न होने दें। उन्हें साफ करना है और उधर कुछ कीटाणुनाशक छिड़काव करवाना है। यह सब करने के लिए, उपयुक्त व्यक्तियों को सूचित करें।
स्वच्छता के सिद्धांतों के बारे में जिन लोगों को पता नहीं है, उन लोगों को शिक्षित करें। ये सभी, तेजी से विकसित कर रहा भारत के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदूषण और गंदगी लोगों की लापरवाही के कारण बढ़ रहे हैं। भारत की जनसंख्या बहुत ज्यादा है, इसलिए कुछ व्यक्तियों द्वारा भारत को स्वच्छ बनाया रखना संभव नहीं है। हर एक को अपनी क्षमता और पहुँच से योगदान देना होगा।