(i) कापी करने की सामान्य शार्ट कट होती हैकॉपी करने की सामान्य शॉर्टकट की होती है
Answers
Answer:
भोपाल। हाल ही में इंडियन आर्मी द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादियों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अभिनेता ओमपुरी ने भी ऐसा ही एक बयान देकर अपने लिए मुश्किल खड़ी कर ली थी। इसके बाद ओमपुरी बॉलीवुड और राजनीति से जुड़े लोगों के निशाने पर आ गए। ओमपुरी कई बार अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। 18 अक्टूबर को बॉलीवुड एक्टर ओमपुरी का जन्मदिन है।
भोपाल भी ओमपुरी का बर्थ डे सेलीब्रेट करता रहा है। रंगमंच से जुड़े ओमपुरी का भारत भवन और भोपाल के नाट्य विद्यालय से गहरा नाता है। वे कहते हैं कि मेरी सांसे भारत भवन के रंगमंच में बसती हैं। ओमपुरी पिछले साल अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए भोपाल पहुंचे थे। इस दौरान वे पत्रिका कार्यालय भी पहुंचे। जानिए उनके जीवन से जुड़े दिलचस्प उन्ही कि जुबानी...
पत्रिका दफ्तर आए ओम पुरी ने फिल्मों से इतर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कुछ राज नेताओं के बड़बोलेपन पर भी सवालिया निशान लगाया था । उन्होंने कहा कि था हिन्दुस्तान की पुलिस राजनेताओं से ज्यादा बेहतर ढंग से काम करती है। पुलिस कम से कम चोरों को पकड़कर रिकवरी तो करती है, जबकि नेता खाली गबन या घोटालों पर बयान देकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते हैं।
एरोगेंट एक्टर्स को दी थी नसीहत ओमपुरी ने एरोगेंट एक्टर्स को भी इस दौरान नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मैं कई दफा एयरपोर्ट पर देखता हूं कि कुछ लोग सिक्युरिटी चैकिंग के दौरान अपने रुतबे का प्रदर्शन करते हुए अपने चेहरे को ही अपनी आईडेंटिटी बताते हैं, जो कि गलत है। जरूरी नहीं कि नार्थ ईस्ट या भारत के उन हिस्सों में रह रहे लोगों को एक्टर के बारे में जानकारी हो जो हिन्दी फिल्में नहीं देखता।
आर्मी में जाना चाहता था बन गया एक्टरओमपुरी ने बताया कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान वे सेना में शामिल होना चाहते थे। कॉलेज के दिनों में वे वहां होने वाले नाटकों में काम करने लगे और धीरे-धीरे यह एक नशा बन गया। स्कूल के दिनों में वे बेहद शर्मीले थे, लेकिन नाटकों ने भावनाओं को आवाज दे दी।
इस दौरान ओमपुरी ने बताया था कि, मैं सामाजिक नजरिये से अहम फिल्मों को तरजीह देता रहा हूं। कला फिल्मों ने मेरी साख और एक अभिनेता के तौर पर मेरी पहचान बनाई है, लेकिन व्यावसायिक सिनेमा ने मुझे आरामदेह जीवन दिया है। 20 साल पहले स्क्रिप्ट नहीं मिलती थी। कहानी सुना दी जाती थी, क्लाइमेक्स छुपा दिया जाता था। सीन उसी टाइम मिलता था, लेकिन अब बकायदा टाइप की हुई स्क्रिप्ट मिलती है। टेक्निकल सोच डेवलप हुई है, लेकिन कहानी कथानक बहुत कमजोर है। कुछ फिल्मकारों को छोड़कर।
भोपाल में शूटिंग के दौरान हो गए थे घायलएक फिल्म की शूटिंग के लिए मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आए एक्टर ओमपुरी घायल हो गए थे। शूटिंग के बाद ओम पुरी ने बताया था कि मैं भोपाल में एक फिल्म की शूटिंग कर रहा था। शूटिंग के दौरान मेरा पैर फिसला और मैं कंक्रीट के फर्श पर गिर गया। इससे मेरी कोहनी में काफी गंभीर चोट आई है। मुझे इसकी वजह से एक छोटे से ऑपरेशन से गुजरना पड़ा। मेरी कोहनी को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 10 दिनों का समय लगेगा।
Hindi News
Bhopal
Om Puri Birthday
अगला आर्टिकल
Answer:
कापी करने की सामान्य शार्ट कट होती है