(i) कवि ने बादलों के कारण पर्वत के छिप जाने पर क्या कल्पना की हैं? पर्वत प्रदेश में
पावस कविता के आधार पर बताइए।
Answers
Answered by
10
➲ कवि ने बादलों के कारण पर्वत छिप जाने पर अद्भुत कल्पना की है। ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता में कवि ने जब बादल पर्वतों से टकराते हैं और उन्हीं बादलों में पर्वत व पेड़ पल भर में छिप जाते तथा ऊँचे-ऊँचे का आकाश की ओर निरंतर ताकते रहना फिर बादलों के बीच पर्वत दिखाई ना पड़ने से ऐसा लगता है, कि मानो बादल किसी पंछी की भाँति पंख लगाकर उड़ गए हो और यह सब ऐसा लगता है कि जैसे इंद्र का ही फैलाया हुआ मायाजाल हो।
◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌
Similar questions