(i) मोम उदाहरण है।tt
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अक्रिस्टलीय ठोस का...
स्पष्टीकरण:
मोम अक्रिस्टलीय ठोस का उदाहरण है।
अक्रिस्टलीय ठोस वे ठोस होते हैं जो असमाकृति आकार के होते हैं और ताप के एक निश्चित परास में धीरे-धीरे नरम पड़ने लगते हैं। इन पदार्थों को यदि तेज धारदार औजार से काटा जाए तो इन से प्राप्त टुकड़ों की सतह अनियमित हो सकती है। अक्रिस्टीलय ठोस पदार्थों की गलन की उष्मा भी निश्चित नहीं होती। अक्रिस्टलीय ठोस समदैशिक प्रकृति के होते हैं। इन पदार्थों में केवल लघु परासी व्यवस्था होती है।
उदाहरण के लिये...
मोम, प्लास्टिक, काँच आदि अक्रिस्टलीय ठोस हैं।
इस तरह के पदार्थ एक निश्चित ताप पर अक्रिस्टलीय ठोस बन जाते हैं। यद्यपि इन पदार्थ में तरल के प्रवाह की प्रवृत्ति तो होती है, लेकिन यह प्रवाह की प्रवृत्ति बहुत धीमी होती है।
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HELLO DEAR,
I) मोम उदाहरण है-
(a) आयनिक ठोस
(b) सहसंयोजी ठोस
(c) धात्विक ठोस
(d) अक्रिस्टलीय ठोस
उत्तर:- सही जवाब है (d) अक्रिस्टलीय ठोस
मोम अक्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है।
जिसे हम अंग्रेजी भाषा में एमआर फर्स्ट सॉलिड्स ( Amorphous solids) कहते हैं।
Amorphous solid:- They consist of particle of irregular shape, kar isotropic, have short range order of packing and gradually soft in over a range of temperature.
अनाकार ठोस: - इनमें अनियमित आकार के कण, कैर आइसोट्रोपिक के कण होते हैं, इनमें पैकिंग की छोटी रेंज होती है और तापमान की एक सीमा से अधिक धीरे-धीरे नरम होती है।