(i)मनसबदार और जागीदार मे क्या संबंध था ?
Answers
‘मनसबदार’ मुगल काल में प्रचलित एक प्रशासनिक व्यवस्था थी जिसमें शासन व्यवस्था में काम करने वाले अधिकारियों का एक विशेष पद दिया जाता था, जिन्हे ‘मनसबदार’ कहते थे।
मनसब शब्द जो कि मूलतः एक अरबी शब्द है उसका अर्थ ही है ‘पद या रैंक’
मुगलकाल की शासन प्रणाली में सैन्य या असैन्य अधिकारियों की मनसब सुनिश्चित की जाती थी और उन्हे उसी के अनुसार मनसबदार कहा जाता था। मनसबदार के पद से निश्चित होता था कि उस अधिकारी के पास कौन से अधिकार हैं। राज्य के लिये कर संग्रह के लिये एक निश्चित भूमि का अधिकार मिलने वाले अधिकारी को मनसबदार कहा जाता था। मनसबदार का एक निश्चित वेतन होता था और वो एक प्रकार से सरकारी मुलाजिम होता था।
‘जागीरदार’ मुगलकाल की उस प्रणाली को कहते थे, जिसके अन्तर्गत बादशाह द्वारा किसी विशेष व्यक्ति को एक या अधिक गांव, या कोई एक क्षेत्र जागीर के रूप में दे दिया जाता था। बादशाह के प्रतिनिधि के रूप में राज्य के लिये राजस्व उगाही, शासन प्रबन्ध, सेना को संगठित करना आदि कार्य करता था। जागीरदार पूरे जीवन पर्यंत भी हो सकता था, आवश्यकता पड़ने पर बादशाह जागीरदारी वापस भी ले सकता था। जागीरदार सरकार का प्रतिनिधि होता था जिसका कोई निश्चित वेतन नही होता था।
मनसबदारी और जागीदारी दोनों व्यवस्थायें बादशाह अकबर के समय में शुरु हुईं। एक मनसबदार को जागीरदार भी कह सकते थे लेकिन एक जागीरदार को मनसबदार नही कह सकते थे।
Explanation:
हमें नहीं आता वह बताओ