I. निम्नलिखित गद्यांश पड़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए I अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गयी खेत“ | बिना विचारे कार्य करने वाला जीवन भर आट आट आंसू रोया करता है | अतः कार्य को करने से पूर्व भली प्रकार से सोच समझ कर निर्णय लेना चाहिए| जिस प्रकार मुह से निकली बात, कमान से छूटा तीर वापस नहीं आता, उसी प्रकार बीता हवा समय कभी लौटकर नहीं आता | अतः उचित समय पर उचित निर्णय करना ही मानव का परम कर्तव्य है | विचारपूर्वक आगे बदना ही सफलता का मूल मन्त्र है | गलती करके पश्ताप करना तो एक गलती के ऊपर दूसरी गलती करना है | जो बात बीत चुकी है उस पर चिंता करना, खेद करना, पश्ताप करना व्यर्थ है, क्योंकि इस से कोई लाभ है ही नहीं| यदि, प्रित्विराज, मोह्हम्मद गौरी के विशिले दांतों को पहली बार हराते ही तोड़ देता, तो भारत का इतिहास कुछ और ही होता | कैकेयी के अवेक्पूर्ण निर्णय से न केवल उसे वैद्वय झेलना पडा, बल्कि वह सामाजिक निंदा का शिकार भी बनी | उसने पश्ताप स्वरूप राम को वापस लाने का प्रयास किया, किन्तु सब व्यर्थ | रावण जैसे पराक्रमी शिवभक्त राजा ने अविविवेक के कारण सीता का हरण कर लिया और उसकी यही भूल उसके लिए ही नहीं, बल्कि उसके समस्त परिवार के लिए विनाश का कारण बनी | निश्कर्ष रूप में कहा जा सकता है की बिना सोचे समझे कार्य नहीं करना चाहिए | प्रश्नोत्तर – 1. बिना विचार कार्य करने वाले व्यक्ती की स्थिती कैसी होती है ? 2m 2. गद्यांश के अनुसार ,मानव का परम कर्तव्य क्या है ? 2m 3. पश्ताप करना व्यर्थ क्यों है ? गद्यांश के आधार पर उत्तर दीजिए ? 1m 4. प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक तर्क सहित दीजिये | 1m 5. गद्यांश में सफलता और सामाजिक शब्द में मूल शब्द प्रत्यय को अलग करके लिखिए |
Answers
Answered by
4
Answer: If you look into a plane mirror, you can find that the size of the image is same as that of the object. If you look into a concave mirror, you can see an enlarged image when placed close and can see an inverted image when kept away. A convex mirror always forms a small and erect image.Mar 4, 2012
Similar questions