इ) निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर 80 से 100 शब्दों में निबंध लिखिए :
(1) ऐतिहासिक गढ़ की मेरी सैर
(2) मैं सैनिक बोल रहा हूँ......
सुश्री
एम.
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Answer:
मैं प्रायः हर वर्ष किसी ऐतिहासिक स्थान की सैर करने अवश्य जाता हूँ । इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों में मैं ताजमहल देखने के लिए आगरा गया था । वैसे तो आगरा में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जो भव्य एवं आकर्षक हैं, किन्तु आगरा जाने का मेरा मूल उद्देश्य ताजमहल की सैर करना था ।
इसलिए आगरा पहुँचते ही सबसे पहले मैं ताजमहल देखने गया । उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के तट पर स्थित आगरा एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगर है । प्राचीनकाल में इसे अग्रवन एवं आर्यगृह के नाम से जाना जाता था ।
ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार, मध्यकाल में सिकन्दर लोदी ने इस नगर को बसाया था, किन्तु इसके भारतीय विकास में मुगलों का विशेष योगदान रहा । आगरा की प्रसिद्धि का सबसे बड़ा कारण ताजमहल है । इसे दुनिया के सात आश्चर्यों में शामिल किया गया है ।
प्रत्येक वर्ष लगभग 50 लाख विदेशी पर्यटक इसे ही देखने के लिए भारत आते हैं । मिस वर्ल्ड रह चुकी ऐश्वर्या राय ने इसे देखकर कहा था- “ताजमहल मुझसे ज्यादा खूबसूरत है ।” ताजमहल के निर्माण सम्बन्धी एक कथा अत्यन्त प्रसिद्ध है ।
बादशाह शाहजहाँ की सबसे प्रिय बेगम मुमताज महल बहुत खूबसूरत थी । एक बार जब वह बीमार पड़ी, तो उसे लगने लगा कि अब जीवन शेष नहीं बचा है । इसका आभास होने के बाद उसने अपने पति शाहजहाँ से उसकी याद में एक ऐसा मकबरा बनाने का वादा लिया, जो दुनियाभर में अनूठा एवं सर्वाधिक भव्य हो ।
कुछ दिनों बाद जब मुमताज की मृत्यु हो गई, तब शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण प्रारम्भ करवाया । शरत्चन्द्र ने अपने उपन्यास ‘शेष प्रश्न’ में ताजमहल का वर्णन करते हुए लिखा है- ”यह शाहजहाँ का मुमताज बेगम के प्रति एकनिष्ठ प्रेम की निशानी है ।”
महाकवि रवीन्द्रनाथ टैगोर ने ताजमहल की प्रशंसा इस तरह से की है- ”नदी तट पर खड़े ताजमहल को देखकर ऐसा प्रतीत होता हे जैसे समय के गाल पर एक बूँद आँसू टपक पड़ा हो ।”
ताजमहल भारतीय एवं इस्लामी वास्तुकला के अनूठे संगम का उत्कृष्ट नमूना है । कहा जाता है कि इसके निर्माण में 20 वर्षों से भी अधिक समय लगा था । इसका निर्माण 1648 ई. में पूरा हुआ था । उस्ताद अहमद लाहौरी इसके प्रधान वास्तुकार थे ।
यह सफेद संगमरमर से निर्मित है । इस इमारत को मकबरे के तौर पर बनाया गया था । इसके बीच में स्थित गुम्बद इसका सर्वाधिक भव्य भाग है । यह इमारत आयताकार चबूतरे पर बनी हुई है । मुख्य आधार के चारों कोनों पर चार विशाल मीनारें स्थित हैं ।