I. निम्ननिखित गद्ाांश को पढ़ कर नर्दए गए प्रश्ो ांके उत्तर केसही निकल्प को चुि कर निखिए – 5m
सृवि का सियश्रेष्ठ प्रार्ी मानि है। एक समय था िब िह प्रायः पशुके समान ही था। दीर्यकालीन संर्र्य
के पश्चात िह श्रेष्ठ बन सका। िह भीमकाय , बड़ेविशाल और अवत - बलशाली पशुओंसेसंर्र्यकरता
था। मानि की वििय का कारर् उसके शारीररक बल सेअविक उसका बौद्धिक बल था। पशुअंतः
प्रेरर्ा सेएक सीवमत क्षेत्र मेंही काम करतेहैं। उनमेिो पररितयन होता है, िह प्रकृ वत के कारर् से
होता हैिबवक मानि अपनी बुद्धि का प्रयोग करके विस्तृत क्षेत्र मेंकाम करता है। ' विज्ञासा िृवत्त ' भी
उसेपशुओंसेवभन्न करती है। प्रकृ वत के रहस्ोंको खोिने, उन्हेंउपयोग मेंलाकर िीिन को अविक
सुखमय बनानेतथा ज्ञान विस्तार के मूल में( का मुख्य कारर् ) उसकी विज्ञासा ही है, विसका पशुओं
मेंसियथा अभाि है। एक विशेर् गुर् मानि मेंऔर है, िह हैसौन्दयायनुभूवत। सृवि के समस्त चराचरों
मेंके िल मानि ही सुंदर और भद्दी िस्तुओंमेंभेद कर सकता है। अपनेइस वििेक के कारर् ही िह
कलाकार बन सका हैतथा लवलत कलाओं का विकास भी संभि हो पाया है।
प्रश्न 1. मनुष्य को सृवि का सियश्रेष्ठ प्रार्ी क्ोंकहा िाता है?
उत्तर i. दीर्यकावलक संर्र्यएिं बौद्धिक बल के उवचत प्रयोग के कारर्।
ii. दीर्यकावलक संर्र्यएिं शारीरक बल के उवचत प्रयोग के कारर्।
iii. अल्पकावलक संर्र्यएिं बौद्धिक बल के उवचत प्रयोग के कारर्।
iv. अल्पकावलक संर्र्यएिं शारीरक बल के उवचत प्रयोग के कारर्।
प्रश्न 2. मनुष्य एिं पशुमेंक्ा अंतर है?
उत्तर i. पशुएिं मनुष्य दोनोंही अपनी बुद्धि का प्रयोग करके एक असीवमत क्षेत्र मेंकाम करतेहैं।
ii. मानि एिं पशुदोनोंही अपनी अंतः प्रेरर्ा सेएक विस्तृत क्षेत्र मेंकाम करतेहैं।
iii. पशुअंतः प्रेरर्ा सेएक सीवमत क्षेत्र मेंकाम करतेिबवक मानि अपनी बुद्धि का प्रयोग करके
विस्तृत क्षेत्र मेंकाम करता है।
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iv. मानि अंत प्रेरर्ा सेविस्तृत क्षेत्र मेंकाम करता हैिबवक पशुबौद्धिक क्षमता के आिार पर
सीवमत क्षेत्र मेंकाम करतेहैं।
प्रश्न 3. मनुष्य की 'विज्ञासु' िृवत्त नेउसेक्ा लाभ पहुुँचाया है?
उत्तर i. प्रकृ वत के रहस् खोिनेएिं ज्ञान केविस्तार मेंना तो मुख्य भूवमका वनभाई हैना ही िीिन
सुखमय बनाया है।
ii. प्रकृ वत के रहस् खोिनेमेंिीिन को अत्याविक मनोरंिन बनाया है।
iii. ज्ञान विस्तार के क्षेत्र मेंिीिन संर्र्यपूर्यएिं सौंदययसेअवभभूत हो िाता है।
iv. प्रकृ वत केविवभन्न रहस्ोंकी खोि एिंज्ञान के विस्तार सेिीिन सुखमय बनाया है।
प्रश्न 4. मनुष्य लवलत कलाओंका विकास कै सेकर पाया ?
उत्तर i. अपनी सौंदयायविभूवत के एिं वििेक के कारर्।
ii. अपनी सौन्दयायनुभूवत एिं अवििेक के कारर्।
iii. अपनी सौंदयायनुभूवत एिं वििेक के कारर्।
iv. अपनी सौंदययविभूवत एिं अवििेक के कारर्।
प्रश्न 5. गद्ांश मेंआए शब्ों' विज्ञासा’ , 'सौंदयायनुभूवत' तथा 'वििेक' के अथयका सही विकल्प चुन कर
वलद्धखए -
उत्तर i. कु छ ना िाननेकी इच्छा रखना, सौंदययकी अनूभि , बला-बुरा का ज्ञान ( समझ)
ii. कु छ िाननेकी इच्छा रखना, सौंदययका अनुभि, भले-बुरेका ज्ञान (समझ)
iii. सौंदययकी अनूभि, कु छ िाननेकी इच्छा रखना, भले-बुरेका ज्ञान (समझ)
iv. भले-बुरेका ज्ञान (समझ) , कु छ िाननेकी इच्छा रखना , सौंदययका अनुभि
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WE DONT KNOW ABOUT HINDI SO, SORRY
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