I need 2 minute speech on imandari at level to class 9
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ईमानदारी नैतिक चरित्र का तत्व है, जो सच्चाई, दया, अनुशासन, ईमानदारी, आदि अच्छी आदतों को विकसित करती है। इसमें झूठ बोलना, दूसरों को धोखा देना, चोरी करना, और अन्य उन बुरी आदतों का अभाव होता है, जो लोगों को दुख देती हैं। ईमानदारी वास्तविकता में, विश्वसनीय, भरोसेमंद और पूरे जीवनभर ईमानदार होना है। ईमानदारी बहुत ही कीमती और अधिक महत्व वाली अच्छी आदत है। इस बारे में बेंजामिन फ्रेंकलिन ने बहुत अच्छी कहावत कही है, “ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।” थॉमस जैफ्फरेंसन द्वारा कहा गया एक और कथन है कि, “बुद्धिमानी की किताब में ईमानदारी सबसे पहला पाठ है।” दोनों कथन अतीत में महान व्यक्तियों के द्वारा कहे गए हैं हालांकि, भविष्य में भी ये कथन सत्य ही रहेंगे।
ईमानदारी एक व्यक्ति को अच्छाई के रास्ते पर ले जाती है, जो वास्तविक आनंद और खुशी देता है। एक व्यक्ति ईमानदार तभी हो सकता है, जब वह विभिन्न पहलुओं में ईमानदारी का अनुसरण करे; जैसे- बोलने, कार्यस्थल पर कार्य करने, न्याय करने, व्यवहार में और उन सभी गतिविधियों में जो हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। ईमानदारी एक व्यक्ति को सभी परेशानियों से आजाद और निडर बनाती है।
ईमानदारी एक व्यक्ति को अच्छाई के रास्ते पर ले जाती है, जो वास्तविक आनंद और खुशी देता है। एक व्यक्ति ईमानदार तभी हो सकता है, जब वह विभिन्न पहलुओं में ईमानदारी का अनुसरण करे; जैसे- बोलने, कार्यस्थल पर कार्य करने, न्याय करने, व्यवहार में और उन सभी गतिविधियों में जो हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। ईमानदारी एक व्यक्ति को सभी परेशानियों से आजाद और निडर बनाती है।
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ईमानदारी का अर्थ जीवन के सभी आयामों में एक व्यक्ति के लिए सच्चा होना है। इसके अन्तर्गत किसी से भी झूठ न बोलना, कभी किसी को भी बुरी आदतों या व्यवहार से तकलीफ नहीं देना शामिल है। ईमानदार व्यक्ति कभी भी उन गतिविधियों में शामिल नहीं होता, जो नैतिक रुप से गलत होती हैं। ईमानदारी किसी भी नियम और कानून को नहीं तोड़ती है। अनुशासित रहना, अच्छे से व्यवहार करना, सच बोलना, समयनिष्ठ होना और दूसरों की ईमानदारी से मदद करना आदि सभी लक्षण ईमानदारी में निहित होते हैं। ईमानदार होना आस-पास के लोगों का विश्वास, सर्वशक्ति से खुशियों का आशीर्वाद, आदि बहुत सी चीजें प्राप्त करने में, एक व्यक्ति की मदद करता है। ईमानदार होना वास्तविक जीवन में बहुत ही लाभदायक होता है। यह कोई ऐसी वस्तु नहीं है, जिसे कोई खरीद या बेच सके; यह एक अच्छी आदत है, जिसे केवल अभ्यास के माध्यम से ग्रहण किया जा सकता है।
ईमानदारी
ईमानदारी पर निबंध 2 (150 शब्द)
ईमानदारी नैतिक चरित्र का तत्व है, जो सच्चाई, दया, अनुशासन, ईमानदारी, आदि अच्छी आदतों को विकसित करती है। इसमें झूठ बोलना, दूसरों को धोखा देना, चोरी करना, और अन्य उन बुरी आदतों का अभाव होता है, जो लोगों को दुख देती हैं। ईमानदारी वास्तविकता में, विश्वसनीय, भरोसेमंद और पूरे जीवनभर ईमानदार होना है। ईमानदारी बहुत ही कीमती और अधिक महत्व वाली अच्छी आदत है। इस बारे में बेंजामिन फ्रेंकलिन ने बहुत अच्छी कहावत कही है, “ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।” थॉमस जैफ्फरेंसन द्वारा कहा गया एक और कथन है कि, “बुद्धिमानी की किताब में ईमानदारी सबसे पहला पाठ है।” दोनों कथन अतीत में महान व्यक्तियों के द्वारा कहे गए हैं हालांकि, भविष्य में भी ये कथन सत्य ही रहेंगे।
ईमानदारी एक व्यक्ति को अच्छाई के रास्ते पर ले जाती है, जो वास्तविक आनंद और खुशी देता है। एक व्यक्ति ईमानदार तभी हो सकता है, जब वह विभिन्न पहलुओं में ईमानदारी का अनुसरण करे; जैसे- बोलने, कार्यस्थल पर कार्य करने, न्याय करने, व्यवहार में और उन सभी गतिविधियों में जो हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। ईमानदारी एक व्यक्ति को सभी परेशानियों से आजाद और निडर बनाती है।
ईमानदारी
ईमानदारी पर निबंध 2 (150 शब्द)
ईमानदारी नैतिक चरित्र का तत्व है, जो सच्चाई, दया, अनुशासन, ईमानदारी, आदि अच्छी आदतों को विकसित करती है। इसमें झूठ बोलना, दूसरों को धोखा देना, चोरी करना, और अन्य उन बुरी आदतों का अभाव होता है, जो लोगों को दुख देती हैं। ईमानदारी वास्तविकता में, विश्वसनीय, भरोसेमंद और पूरे जीवनभर ईमानदार होना है। ईमानदारी बहुत ही कीमती और अधिक महत्व वाली अच्छी आदत है। इस बारे में बेंजामिन फ्रेंकलिन ने बहुत अच्छी कहावत कही है, “ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।” थॉमस जैफ्फरेंसन द्वारा कहा गया एक और कथन है कि, “बुद्धिमानी की किताब में ईमानदारी सबसे पहला पाठ है।” दोनों कथन अतीत में महान व्यक्तियों के द्वारा कहे गए हैं हालांकि, भविष्य में भी ये कथन सत्य ही रहेंगे।
ईमानदारी एक व्यक्ति को अच्छाई के रास्ते पर ले जाती है, जो वास्तविक आनंद और खुशी देता है। एक व्यक्ति ईमानदार तभी हो सकता है, जब वह विभिन्न पहलुओं में ईमानदारी का अनुसरण करे; जैसे- बोलने, कार्यस्थल पर कार्य करने, न्याय करने, व्यवहार में और उन सभी गतिविधियों में जो हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। ईमानदारी एक व्यक्ति को सभी परेशानियों से आजाद और निडर बनाती है।
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