I need help with questions 5-10!
Answers
Answer:
जब किसी एक वस्तु या सेवा के बदले दूसरी वस्तु या सेवा का लेन-देन होता है तो इसे वस्तु विनिमय (Bartering) कहते हैं। जैसे एक गाय लेकर १० बकरियाँ देना। इस पद्धति में विनिमय की सार्वजनिक (सर्वमान्य) इकाई अर्थात मुद्रा (रूपये-पैसे) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
मुद्रा के प्रादुर्भाव के पहले सारा लेन-देन (विनिमय) वस्तु-विनिमय के रूप में ही होता था। आजकल भी मौद्रिक संकट की स्थितियों में (जब मुद्रा का मान बहुत परिवर्तनशील हो; महंगाई के कारण मुद्रा का बहुत ही अवमूल्यन हो गया हो) वस्तु-विनिमय का सहारा लिया जाता है। कुछ अन्तरजालीय स्थलों जैसे क्रैग्स्लिस्ट (Craigslist) आदि पर भी वस्तु-विनिमय ही चलता है।
Step-by-step explanation:
please mark my ans as brainliest please
Step-by-step explanation:
We have,
sin A = 2/3 ……..….. (1)
As we know, by sin definition;
sin A = Perpendicular/ Hypotenuse = 2/3 ….(2)
By comparing eq. (1) and (2), we have
Opposite side = 2 and Hypotenuse = 3
Now, on using Pythagoras theorem in Δ ABC
AC2 = AB2 + BC2
Putting the values of perpendicular side (BC) and hypotenuse (AC) and for the base side as (AB), we get
⇒ 32 = AB2 + 22
AB2 = 32 – 22
AB2 = 9 – 4
AB2 = 5
AB = √5
Hence, Base = √5
By definition,
cos A = Base/Hypotenuse
⇒ cos A = √5/3
Since, cosec A = 1/sin A = Hypotenuse/Perpendicular
⇒ cosec A = 3/2
And, sec A = Hypotenuse/Base
⇒ sec A = 3/√5
And, tan A = Perpendicular/Base
⇒ tan A = 2/√5
And, cot A = 1/ tan A = Base/Perpendicular
⇒ cot A = √5/2