Math, asked by gamezoner75, 1 month ago

I need help with questions 5-10!

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Answered by Anonymous
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Answer:

जब किसी एक वस्तु या सेवा के बदले दूसरी वस्तु या सेवा का लेन-देन होता है तो इसे वस्तु विनिमय (Bartering) कहते हैं। जैसे एक गाय लेकर १० बकरियाँ देना। इस पद्धति में विनिमय की सार्वजनिक (सर्वमान्य) इकाई अर्थात मुद्रा (रूपये-पैसे) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

मुद्रा के प्रादुर्भाव के पहले सारा लेन-देन (विनिमय) वस्तु-विनिमय के रूप में ही होता था। आजकल भी मौद्रिक संकट की स्थितियों में (जब मुद्रा का मान बहुत परिवर्तनशील हो; महंगाई के कारण मुद्रा का बहुत ही अवमूल्यन हो गया हो) वस्तु-विनिमय का सहारा लिया जाता है। कुछ अन्तरजालीय स्थलों जैसे क्रैग्स्लिस्ट (Craigslist) आदि पर भी वस्तु-विनिमय ही चलता है।

Step-by-step explanation:

please mark my ans as brainliest please

Answered by barani7953
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Step-by-step explanation:

We have,

sin A = 2/3 ……..….. (1)

As we know, by sin definition;

sin A = Perpendicular/ Hypotenuse = 2/3 ….(2)

By comparing eq. (1) and (2), we have

Opposite side = 2 and Hypotenuse = 3

Now, on using Pythagoras theorem in Δ ABC

AC2 = AB2 + BC2

Putting the values of perpendicular side (BC) and hypotenuse (AC) and for the base side as (AB), we get

⇒ 32 = AB2 + 22

AB2 = 32 – 22

AB2 = 9 – 4

AB2 = 5

AB = √5

Hence, Base = √5

By definition,

cos A = Base/Hypotenuse

⇒ cos A = √5/3

Since, cosec A = 1/sin A = Hypotenuse/Perpendicular

⇒ cosec A = 3/2

And, sec A = Hypotenuse/Base

⇒ sec A = 3/√5

And, tan A = Perpendicular/Base

⇒ tan A = 2/√5

And, cot A = 1/ tan A = Base/Perpendicular

⇒ cot A = √5/2

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