इंसानी लालच और स्वार्थ ने प्रकृति का विनाश किया हैं ,इस कथन के विपक्ष पे निबंध लिखो
Answers
Answered by
2
Answer:
तथाकथित विकास के परिणामस्वरूप जन्मी अनेक सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय समस्याएं वस्तुत: हमारी वस्तुपरक भोगवादी दृष्टि का ही नतीजा है। हमने भोगवादी मंडल को अपनाया है और यही हमारे जीवन तथा पर्यावरण के लिए अभिशाप सिद्ध हो रहा है। अपने स्वार्थ के लिए मनुष्य प्राकृतिक वातावरण को लगातार नुक्सान पहुंचाता चला जा रहा है।
Similar questions