इंटरनेट पर छात्रों की निर्भरता और उसका दुष्प्रभाव
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इंटरनेट पर छात्रों की निर्भरता और उसका दुष्प्रभाव :
आज के समय में इंटरनेट एक ज़रूरत के तौर पर उभर रहा है जहाँ हर काम इंटरनेट के द्वारा ही किया जा रहा है चाहे वह किसी से बात करना हो या फिर घर का कोई काम करना।
छात्रों में इंटरनेट को लेकर एक खासा प्रभाव देखने को मिलता है क्योंकि नई पीढ़ी होने के कारण इन्हें हर नई चीज़ का शौक होता है। छात्र आजकल हर कार्य के लिए इंटरनेट का सबसे अधिक प्रयोग करते हैं फिर चाहे वह पढ़ाई से सम्बंधित कोई कार्य या फिर सोशल मीडिया पर होना।
इंटरनेट का इतना अधिक प्रयोग छात्र जीवन जे लिए सही नहीं है और नुक्सानदायक है। इंटरनेट के जाल में फँसकर छात्र ना केवल अपनी जीवन शैली खराब कर रहे हैं बल्कि अपना भविष्य भी।
इसके दुष्परिणाम निम्नलिखित हैं:
1) दिन-रात स्क्रीन के सामने रहने से आँखों व दिमाग पर गलत असर होना।
2) पढ़ाई अच्छी तरह ना होना और परिणाम खराब आना।
3) असल ज़िन्दगी व हर छोटी-बड़ी खुशी का खुल के लुत्फ ना ले पाना।
4) सोशल मीडिया पर अनेकों तरह की तकलीफों का शिकार होना।
इंटरनेट के युग में, हम कई छात्रों को शैक्षिक उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग करते हुए देखते हैं। वे अपने काम, परीक्षण या परीक्षा के बारे में मदद पाने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं, अपनी परियोजनाओं के लिए शोध करते हैं और इसी तरह।
लेकिन वे आमतौर पर ऐसे उद्देश्यों के लिए इंटरनेट नहीं करते हैं। इंटरनेट पर कई चीजें हैं जो खराब हो सकती हैं और एक छात्र को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
उदाहरण के लिए, छात्र आलसी हो सकते हैं यदि वे इंटरनेट का बहुत अधिक उपयोग करते हैं या उन्हें साइबर बदमाशी के माध्यम से लक्षित किया जा सकता है, जो इन दिनों एक प्रमुख अपराध है। इसके अलावा, वे संचार के वास्तविक स्पर्श को भी खो सकते हैं।.
अधिक जानिए:
https://brainly.in/question/905441 Article on role of internet in student's life.