इंटरनेट पत्रकारिता क्या है
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Explanation:
इंटरनेट पत्रकारिता को ऑनलाइन पत्रकारिता, साईबर पत्रकारिता, वेब पत्रकारिता आदि नामों से भी जाना जाता है. भारत में इंटरनेट पत्रकारिता का प्रारम्भ 1993 से माना जाता है.
इसी वर्ष हमारे देश में इंटरनेट की शुरुआत हुई थी. इसका दूसरा चरण 2003 से हुआ. रिडिफ डॉट कॉम को भारत की पहली साईट माना जाता है. लेकिन वेबसाइट पर विशुद्ध पत्रकारिता का श्रेय तहलका डॉटकॉम को दिया जाता है.
जिसने अपने स्टिंग ओपरेशन के जरिये पत्रकारिता जगत में अपने ही नाम के अनुरूप तहलका मचा दिया था.
Answer:
इंटरनेट पत्रकारिता Online journalism in India In Hindi आज हम एक ऐसे वर्चुअल और इंटरकनेक्टेड विश्व में रहते है जहाँ सूचना को किसी भी रूप में सरलता से पाया जा सकता हैं. हम अपने विचारों को सुदूर तक प्रचारित कर सकते हैं. ये सब ऑनलाइन अर्थात इंटरनेट पत्रकारिता के चलते सम्भव हुआ हैं. इसे स्वयंभू पत्रकारिता कहा जा सकता है जहाँ लेखन के सभी मानदण्डो से इतर विचार अभिव्यक्ति पर कोई बंधन नहीं रहा हैं. आज के लेख में हम जानेगे कि इंटरनेट जनर्लिज्म क्या है इसका अर्थ इतिहास माध्यम प्रकार और प्रभाव.
डिजिटल इंटरनेट पत्रकारिता | Online journalism in India
विषय सूची
इंटरनेट पत्रकारिता Online journalism in India In Hindi
इंटरनेट पत्रकारिता को ऑनलाइन पत्रकारिता, साईबर पत्रकारिता, वेब पत्रकारिता आदि नामों से भी जाना जाता है. भारत में इंटरनेट पत्रकारिता का प्रारम्भ 1993 से माना जाता है.
इसी वर्ष हमारे देश में इंटरनेट की शुरुआत हुई थी. इसका दूसरा चरण 2003 से हुआ. रिडिफ डॉट कॉम को भारत की पहली साईट माना जाता है. लेकिन वेबसाइट पर विशुद्ध पत्रकारिता का श्रेय तहलका डॉटकॉम को दिया जाता है.
जिसने अपने स्टिंग ओपरेशन के जरिये पत्रकारिता जगत में अपने ही नाम के अनुरूप तहलका मचा दिया था.
इंटरनेट पत्रकारिता क्या है (What is internet journalism In Hindi)
इंटरनेट पर समाचारों का प्रकाशन या आदान प्रदान इंटरनेट पत्रकारिता कहलाता है. इंटरनेट पत्रकारिता दो प्रकार की होती है. प्रथम संचार सम्प्रेष्ण के लिए net का उपयोग करना जिसमे रिपोर्टर अपने समाचार ईमेल द्वारा अन्यत्र भेजने व समाचार को संकलित करने तथा उसकी सत्यता, विश्वसनीयता सिद्ध करता है.
दूसरा पत्रकार द्वारा लिखे आलेखों को अपने ब्लॉग पोर्टल या साईट पर प्रकाशित करना है. आज देश भर में स्थानीय स्तर पर हजारों वेब पोर्टल श्रेष्ट पत्रकारिता कर रहे है. जिन पोर्टल को अच्छे स्ट्राइक यानि पाठक मिलते है. विज्ञापनों की भी कमी नही रहती है. इस तरह इंटरनेट पत्रकारिता खबरों के शौक के साथ ही जीविका चलाने में भी मददगार साबित हो रही है.
हिंदी जगत के प्रारम्भिक काल में बड़ी संख्या मानक की बोर्ड तथा font की रही है. डायनमिक font के अभाव में हिंदी की ज्यादातर साइट्स खुलती ही नही थी.