i.
उन्हें रोटी पर लगाने के लिए तेल तक नहीं मिलता और मेरे आश्रम में घी का दीया जलाया जा रहा है।
नहीं।" बापू की सीख आश्रमवासियों को सदा याद रही।
आश्रम में गांधी जी का जन्मदिन कैसे मनाया जाता था?
བ་ན་བ་མ་བན་པ་བ་མ་འབའ་སུ་བབས་པ་མང་བ་འདག་ नमदिन अर्यात सावण के साथ
བབ་བབ་པ་བ་བ་ངས་་་ ་་་ བན་པ་་ ་་་་་
ii. घी का दीया किसने और क्यों जलाया?
कस्तूरवा ने चीकापीया जलाया।
iii. गांधी जी के अनुसार आश्रम में सबसे खराब बात क्या हुई? उन्होंने ऐसा क्यों कहा?
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
सेवाग्राम की बात है। उस दिन गांधी जी का जन्मदिन था। आश्रम में गांधी जी का जन्मदिन अत्यंत सादगी
के साथ मनाया जाता था। गांधी जी को जिस स्थान पर बैठना था, उसके सामने की ऊँची जगह पर घी
का दीया जलाया गया था। गांधी जी आए और उन्होंने जलते दीये की ओर देखा। प्रार्थना हुई। प्रवचन
प्रारंभ करने से पहले गाँधी जी ने पूछा, “यह दीया किसने जलाया?" कस्तूरबा ने कहा, "मैंने।" गांधी
जी कहने लगे, "आज आश्रम में सबसे खराब बात यही हुई है कि घी का दीया जलाया गया। आज मेरा
जन्मदिन है, क्या इसलिए यह दीया जलाया गया? अपने आसपास के गाँवों में जाने पर मैं देखता हूँ कि
गाँववालों को जो कभी नहीं मिलता, उसका उपभोग नहीं करना चाहिए। मेरा कार्य सत्कार्य करना है, पाप
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Your client issued a request that was too large. That’s all we know.
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