i) व्यक्ति की पोशाक कब बंधन बन जाती है दुख का अधिकार पाठ के आधार पर
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जब कोई ऐसी परिस्थिति आती है कि इसी दुखी व्यक्ति को देखकर व्यथा और दुख का बचपन होता है। हमें उसके दुख का कारण जानने के लिए उसके समीप बैठने में हमारी पोशाक बंधन और अड़चन बन जाती है।
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