i want 10 sentences about festivals celebrated by rich and poor(differences) in Hindi
Answers
Answer:
त्योहार सबका एक समान
Explanation:
भारत विविधताओं का देश है। यहां वेशभूषा,भाषा और आहार ही नहीं बल्कि हमारे
सामाजिक और आर्थिक स्थिति भी एक दूसरे से पूरी तरह भिन्न है।
कोई व्यक्ति बोहोत ही ज़्यादा गरीब है तो कोई व्यक्ति बोहोत ही ज़्यादा अमीर।
भारत में हर महीने कोई ना कोई त्योहार आता है।इं त्योहारों को अमीर और गरीब दोनों तबकों के लोग निम्नलिखित तरीके से मनाते हैं :-
१) अमीर व्यक्ति त्योहारों पर पार्टी करते हैं जैसे होली की पार्टी,दीवाली की पार्टी लेकिन गरीब लोग केवल पूजा करके और थोड़ा गुलाल लगा कर और दो चार दिए जला कर त्योहार मनाते हैं।
२)अमीर लोग अपनी खुशियों का दिखावा करते हैं,वो फोटो और वीडियो बनाने और सोशल मीडिया पर पोस्ट करके एक दूसरे को बधाई देने को ही त्योहार मनाना समझते हैं।
लेकिन गरीब लोग अपने हिसाब से घर पर ही थोड़ा मीठा भोग लगाकर और आपस में मिठाई बांटकर त्योहार मनाते हैं।
३)अमीर लोग त्योहारों पर पैसे और कपड़े दान करते हैं।लेकिन गरीब लोग पैसे जमा करने के लिए बोहोत मेहनत करते हैं और पाई पाई जोड़कर त्योहार मनाते हैं
४)अमीर लोग त्योहारों पर केवल खुशियों का दिखावा करते है लेकिन गरीब लोग त्योहार सही मायने में खुशियों के संग मनाते हैं।
५)त्योहारों पर जहां अमीर लोग बाजारों से नए नए रेडीमेड कपड़े खरीदते हैं वहीं गरीब लोग अपने घर में ही नए कपड़े सिल कर पहन लेते हैं या पुराने कपडे ही पहने रहते हैं।
अमीर और गरीब द्वारा मनाए जाने वाले त्योहारों के बारे में 10 वाक्य
अमीर और गरीब में मत भेद करना उचित नहीं है| अमीर भी इंसान होते और गरीब भी होते है|
अमीर लोग अपने त्यौहार के दिनों शहरों में मनाते है| बड़े-बड़े होटलों में त्यौहार मनाते है|
अमीर लोग दिखावा बहुत करते है|
अमीर लोग त्यौहार में बहुत पैसे खर्च करते है|
अमीर लोग की सोच अलग होती है वह कोई भी रिवाज़ नहीं मानते है|
अमीर लोग अकेले भी त्यौहार बना लेते है|
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------
गरीब लोग अपने परिवार के साथ मिल कर त्यौहार मिलाते है|
गरीब लोग सभी रीति-रिवाज के साथ त्यौहार मनाते है|
गरीब लोग कम आमदनी में भी खुश रहते है|
वह अपने त्यौहार अपने गाँव में मिलकर बनाते है|
यह छोटी-छोटी खुशियों में खुश हो जाते है|
गरीब तरह-तरह के पकवान बनाते है|