I want a paragraph in hindi on : laziness is bad
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किसी काम को करने में मन नहीं लगता आलस्य है। कार्य करने में अनुत्साह आलस्य है। सुस्ती और काहिली इसके पर्याय हैं। संतोष की यह जननी है, जो मानवीय प्रगति में बाधक है। वस्तुतयह ऐसा राजरोग है, जिसका रोगी कभी नहीं संभलता। असफलता, पराजय और विनाश आलस्य के अवश्यम्भावी परिणाम हैं। आलसियों का सबसे बड़ा सहारा ‘भाग्य’ होता है। उन लोगों का तर्क होता है कि होगा वही जो रामरुचि रखा।’ प्रत्येक कार्य को भाग्य के भरोसे छोड़कर आलसी व्यक्ति परिश्रम से दूर भागता है। इस पलायनवादी प्रवृत्ति के कारण आलसियों को जीवन में सफलता नहीं मिल पाती। वस्तुतआलस्य और सफलता में 36 का आंकड़ा है।
भाग्य और परिश्रम के सम्बन्ध में विचार व्यक्त करते हुए सभी विचारकों ने परिश्रम के महत्व को स्वीकार किया है और भाग्य का आश्रय लेने वालों को मूर्ख और कायर बताया है। बिना परिश्रम के तो शेर को भी आहार नहीं मिल सकता। यदि वह आलस्य में पड़ा रहे, तो भूखा ही मरेगा। आलस्य की भत्र्सना सभी विद्वानों, संतों, महात्माओं और महापुरुषों ने की है।