Hindi, asked by alwaysurs777, 1 year ago

I want a prize winning hasya Kavita in hindi for class3

Answers

Answered by aniket1658
2

बस में थी भीड़

और धक्के ही धक्के,

यात्री थे अनुभवी,

और पक्के।

पर अपने बौड़म जी तो

अंग्रेज़ी में

सफ़र कर रहे थे,

धक्कों में विचर रहे थे ।

भीड़ कभी आगे ठेले,

कभी पीछे धकेले ।

इस रेलमपेल

और ठेलमठेल में,

आगे आ गए

धकापेल में ।

और जैसे ही स्टाप पर

उतरने लगे

कण्डक्टर बोला-

ओ मेरे सगे !

टिकिट तो ले जा !

बौड़म जी बोले-

चाट मत भेजा !

मैं बिना टिकिट के

भला हूं,

सारे रास्ते तो

पैदल ही चला हूं ।

Answered by tishadk
2

here is the hasya kavita

Attachments:
Similar questions