i want an essay in hindi on ahinsa ke pujari ghandhi ji
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मोहनदास करमचंद्र गाँधी (महात्मा गाँधी) जिसे पूरा देश राष्ट्रपिता और बापू के नाम से पुकारता है. महात्मा गाँधी अहिंसा के पुजारी थे. अहिंसा एक उनका मुख्य अस्त्र था, गाँधी जी के 3 हथियार थे – सत्य, प्रेम और अहिंसा. गाँधी जी के जीवन से देश और विदेश के लोगो को शिक्षा मिलती हैं. भारत को आजादी की जंजीरों से बाहर निकालने में गाँधी जी का योगदान सारा विश्व जानता हैं. गाँधी जी ने अंग्रेजो के खिलाफ हिंसा न करते हुए अहिंसा का मार्ग अपनाया था, इन्होंने पुरे देश को एकजुट करके भारत की आजादी में हिस्सा लेने की एक प्रेरणा दी थी.
आज पूरा देश गाँधी जी के जन्म दिवस पर स्वच्छता ही सेवा है कार्यक्रम को मना रहा हैं. वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी गाँधी जी मार्ग पर चलते हुए देश को स्वच्छ बनाने का अच्छा कार्य कर रहे हैं. देश की गुलामी की गन्दगी को साफ करना उनका एक कर्तव्य था. जिसमे देश के सभी लोगो का योगदान महत्वपूर्ण था. हमारा भी एक कर्तव्य बनता हैं कि अपने आस-पड़ोस की गन्दगी और अपने समाज की गन्दगी को साफ करें और एक स्वच्छ भारत बनाये. इसलिये मोदी जी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत 2 October गाँधी जी जन्म दिवस के दिन रखी हैं.
गाँधी जी का भारत की आजादी में योगदान :
गाँधी जी एक बहुत ही सीधे साधे व्यक्ति थे. गाँधी जी ने इंग्लैंड से वकालत की शिक्षा पूरी की. गाँधी जी की माँ ने एक बार गाँधी जी को मांस और शराब से दूर रहने की शिक्षा दी थी और यही से एक अलग विचारों की रूप रेखा तैयार हो गयी थीं. वकालत करने के बाद गाँधी जी भारत वापस आ गये व उसके बाद गाँधी साउथ अफ्रीका में आजीविका के लिये चले गये थे.