i want an essay in hindi on topic pustako ka mahatva in paragraphs prastavna and 4 more please !!!!!!!!! i want today
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मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जो एक समाज में रहता है जिसमें रहने के लिए उसे बहुत सी बातों का ग्यान होना चाहिए। पुस्तकें हमें ग्यान देती है वह ग्यान का सागर है। किसी भी विषय के बारे में जानने के लिए पहले गुरू या लोग ही प्रमुख साधन होते थे लेकिन अब सभी बातें पुस्तकों में होती है जिन्हें पढ़कर मनुष्य का सामाजिक और मानसिक विकास होता है।
पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र होती है वह हमें सभ्य बनने में सहायता करती है। पुस्तक हमारा मार्गदर्शन करती है। जब भी हम किसी मुसीबत में होते है तो पुस्तक हमें रास्ता दिखाती है और हमें सलाह देती है। पुराने मंदिर और इतिहास की चीजें नष्ट हो जाती है लेकिन हमारी किताबों में सब कुछ बहुत सुरक्षित है जिससे कि हर व्यक्ति अपने इतिहास के विषय में जान सकते है और उसपर गर्व महसूस कर सकते हैं। गीता, रामायण आदि जैसी पुस्तकों को पढ़कर मन को परम शांति का अनुभव होता है। आज के समय में पुस्तकें बड़ी मात्रा में उपलब्ध है। हर विषय की अपनी किताब है जिससे कि हम बिना किसी उलझन से अपने पसंदीदा विषय के बारे में ग्यान प्राप्त कर सकते हैं। पुस्तकें हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है और इनमें लिखी हर बात जीवन के किसी न किसी पड़ाव में अवश्य काम आती है। पुस्तकों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है वो हमें संस्कार और ग्यान देकर एक अच्छा इंसान बनाती है।
पुस्तकों के बिना मनुष्य बहुत सी बातों से अंजान रह जाता है। हम जब चाहे तभी हर विषय के बारे में पढ़ सकते है और हमें इसके लिए किसी व्यक्ति का इंतजार नहीं करना पड़ता। पुस्तक ग्यान अर्जित करने का सबसे सरल और सस्ता साधन है और इसके लिए हमें किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है।
पुस्तकें अमर है उनका कभी निधन नहीं होता है। बहुत सी प्राचीन किताबों को लिखने वालों का निधन हो गया लेकिन उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें आज भी जीवित है और हमारा मार्गदर्शन करती है। पुस्तक हर व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती है और उसके दृष्टिकोण में भी बदलाव लाती है। पुस्तक पढ़ने वाल् व्यक्ति को हर मुसीबत का हल मिल जाता है क्योंकि उसकी स्थिति से मिलती जुलती स्थिति के विषय में उन्होंने कहीं न कहीं पड़ा होता है। यह हमारी सहयोगी होती है। जब हम अकेले होते हैं पुस्तकें हमीरे मनोरंजन का साधन भी बनती है।
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