I want some hindi dohe on parishram ka mahtav. Please help.... Thanks
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श्रम ही ते सब होत है, जो मन सखी धीर
श्रम ते खोदत कूप ज्यों, थल में प्रगटै नीर
Meaning : संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं किपरिश्रम करने से ही सब कार्य संपन्न होते हैं बस मन में धीरज होना चाहिए। बहुत परिश्रम करने से कुआँ खोदा जाता है तो पानी निकल ही आता है।
श्रम ते खोदत कूप ज्यों, थल में प्रगटै नीर
Meaning : संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं किपरिश्रम करने से ही सब कार्य संपन्न होते हैं बस मन में धीरज होना चाहिए। बहुत परिश्रम करने से कुआँ खोदा जाता है तो पानी निकल ही आता है।
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