(ii) कपड़ों पर लगे हल्दी के दाग को साबुन से धोने पर वह लाल रंग का हो जाता है। क्यों? कारण सहित लिखिए।
उत्तर
Answers
कपड़ों पर लगे हल्दी के दाग को साबुन से धोने पर वह लाल रंग का हो जाता है। क्यों? कारण सहित लिखिए।
► कपड़ों पर लगे हल्दी के दाग को साबुन से धोने पर वह लाल रंग का इसलिए हो जाता है। क्योंकि साबुन की प्रकृति क्षारीय होती है और वह हल्दी के दाग के साथ प्रतिक्रिया करके दाग को लाल कर देता है। हल्दी एक तरह का प्राकृतिक सूचक है। प्राकृतिक सूचक अम्ल और क्षार के साथ अलग-अलग प्रतिक्रिया करते हैं और संबंधित पदार्थ का रंग परिवर्तित कर देते हैं। उदाहरण के लिए लाल लिटमस पत्र यदि अम्ल में डाला जाए तो वह नीला हो जाता है और यदि नीला लिटमस पत्र यदि क्षार में डाला जाये तो वह लाल हो जाता है। उसी तरह हल्दी एक प्राकृतिक सूचक है जिसकी साबुन के साथ प्रतिक्रिया होने के कारण दाग का पीला रंग लाल हो जाता है।
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कुछ और जानेंं —▼
अम्ल तथा क्षारक में कोई तीन अन्तर लिखिए।
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कपड़े पर लगे हल्दी के दाग को साबुन से धोने पर उसके रंग में परिवर्तन कैसे आता है
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HELLO DEAR,
कपड़ों पर लगे हल्दी के दाग को साबुन से धोने पर वह लाल रंग का हो जाता है। क्यों? कारण सहित लिखिए।
कपड़ों पर लगे हल्दी के दाग को साबुन से धोने पर वह लाल रंग का इसलिए हो जाता है क्यों कि साबुन प्राकृतिक रूप से क्षार होता है और कपड़े पर लगे हल्दी यहां पर प्राकृतिक संकेतक के रूप में कार्य करता है जो कि किसी भी क्षार के संपर्क में आने से अपना रंग बदल कर गहरा लाल हो जाता है।
हल्दी भी उस प्राकृतिक संकेतक की तरह काम करता है, जैसे कि लिटमस पेपर।
लिटमस पेपर दो रंगों में आते हैं, लाल और नीला। अगर आप लाल लिटमस पेपर को क्षार के संपर्क में लाते हैं तो उसका रंग नीला हो जाता है और नीला लिटमस पेपर किसी अम्ल के संपर्क में आता है तो उसका रंग लाल हो जाता है।
और अगर लाल लिटमस पेपर अम्ल के संपर्क में आता है तो कोई बदलाव नहीं दिखता है उसी प्रकार अगर नीला लिटमस पेपर क्षार के संपर्क में आता है तो कोई बदलाव नहीं दिखता।