(ii) खेल के कार्य हैं (अ) शारीरिक स्वास्थ्य का विकास (ब) व्यक्तित्व का विकास (स) मूल्यों का विकास (द) उपरोक्त सभी
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Answer:
(द) उपरोक्त सभी
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उत्तर:
प्रश्न के साथ इस प्रश्न का सही विकल्प विकल्प (द) है जो उपरोक्त सभी है।
व्याख्या:
खेल मनुष्य की मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है और मनुष्य को सामाजिक कौशल विकसित करने का अवसर भी देता है। पियाजे के अनुसार खेल भी बच्चों की मानसिक क्षमताओं के विकास में बड़ी भूमिका निभाते हैं। पहले चरण में, बच्चा वस्तुओं के साथ इंद्रियों को प्राप्त करने और कार्यों को करने का प्रयास करता है। बच्चों के सर्वांगीण विकास में नाटकों की अहम भूमिका होती है। इन खेलों से बच्चों में त्वरित निर्णय क्षमता, वस्तुओं का ज्ञान, समायोजन, समन्वय, सामंजस्य, साहस, सहअस्तित्व जैसे गुण स्वतः ही विकसित हो जाते हैं।
खेल एकल और समूह दोनों रूपों में खेले जाते हैं और शरीर स्वस्थ हो जाता है। शरीर के साथ-साथ खेलकूद भी मन के विकास में सहायक होते हैं। इस तरह खेलकूद हमारे शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ और क्रियाशील बनाता है।
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