Hindi, asked by StarTbia, 1 year ago

(ई) नुचे दिया गया उदाहरण समझिए| उसके दिए गए वाक्य बदलिए|
जैसे - जिसने श्रम-जल दिया उसे पीछे मत रह जाने दो|
श्रम जल देने वाले को पीछे मत रह जाने दो|
1. जो कुछ न्यस्त प्रकृति में, वह मनुज मात्र का धन है|
2. जो मेहनत करता है वाही कण-कण का अधिकारी है|
0.03. जो परोपकार करता है वाही परोपकारी कहलाता है|
Hindi Class X SCERT Telangana Ch 4

Answers

Answered by KomalaLakshmi
3

1 प्रकृति में न्यस्त धन मनुष्य मात्र का हैं|

        2.मेहनत करनेवाला ही कण कण का अधिकारी हैं|

        3 परोपकार करने वाला ही परोपकार कहाकाता हैं  प्रस्तुत प्रश्न कण कण का अधिकारी नामक कविता  से लिया गया हैं|इस पाठ की विधा कविता हैं|कविता रसात्मक होती है|.डॉ रामधारी सिंह दिनकर हिंदी के प्रमुख कवी माने जाते है|इनका जन्म सन १९०८ में मुगेर में हुआ और मृत्यु सन १९७४ में हुआ|”उर्वशी” काव्य पर इनको ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला|रेणुका,कुरुक्षेत्र परसुराम की प्रतीक्षा आदि आदि इनकी प्रमुख रचनाए है| कवी ने इस कविता के माध्यम से मजदूरों के अधिकारों पर प्रकाश डाला हैं|

Similar questions