Hindi, asked by khanjnasir, 5 months ago

(ii) “यदि किसी में बड़प्पन की कमी हो तो उसके
कुल की बड़ाई काम नहीं देती ।” पंक्ति का भाव
लगभग १०० शब्दों में लिखिए।?​

Answers

Answered by shishir303
48

किस तरह कुल की बड़ाई काम दे

जो किसी में हो बड़प्पन की कसर।

यदि किसी में बड़प्पन की कमी हो तो कुल की बड़ाई भी काम नही देती।

कवि ‘अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध’ द्वारा रचित “फूल और कांटे” कविता की इन पंक्तियों के माध्यम से कवि के कहने का आशय यह है कि ऊंचे कुल में जन्म लेकर भी यदि कर्म श्रेष्ठ ना हों तो ऊँचे कुल में जन्म लेने का कोई महत्व नहीं होता अर्थात यदि ऊँचे कुल में जन्म लेकर भी हम घृणित कार्य करें तो ऊँचे कुल में जन्म लेने का कोई लाभ नहीं।  

मनुष्य की सच्ची पहचान उसके सद्गुणों और व्यवहार से होती है। मनुष्य भले ही निम्न कुल में जन्म ले, लेकिन आदर्श और सदाचार वाला जीवन व्यतीत करेगा तो वह किस कुल में जन्म ले रहा है, इस बात का कोई महत्व नहीं। वह अपने सद्गुणों द्वारा किसी भी कुल रोशन कर सकता है। लेकिन ऊँचे कुल में जन्म लेकर भी यदि मनुष्य घृणित कार्य करें तो ऊँचे कुल में जन्म लेने का भी कोई महत्व नहीं रह जाता। अर्थात ऊँचे कुल में जन्म लेकर भी जिसमें बड़प्पन का भाव नहीं है तो उसका कोई अर्थ नहीं।

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