iii) 'कहते हैं चेतन से अचेतन अधिक शक्तिशाली है। उसमें अधिक आकर्षण है, इसलिए तुम एक-दूसरे
के प्रति खिंचे। चाहे वह प्रेम था, चाहे घृणा थी, पर असल बात रक्त के खिंचाव की थी, वह होकर
रही। काश कि
(स्वर डूबता है) काश कि मैं निर्मम हो सकती, काश कि मैं संस्कारों की दासता
से मुक्त हो सकती।
(क) 'चेतन से अचेतन अधिक शक्तिशाली है'- कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।
can anyone please answer this question . It's from 9th std hindi book , chp no. 1 Sanskaar aur bhaavna . Please answer appropriately . I have my hindi exam tomorrow
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(क) 'चेतन से अचेतन अधिक शक्तिशाली है'- कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।
'चेतन से अचेतन अधिक शक्तिशाली है'- इस कथन से आशय यह है कि चेतन हमारे दिमाग की अवस्था को दर्शाता है | चेतन अवस्था हमारा दिमाग स्थिर रहता है | हम एक काम को आसानी से ध्यान लगा करते है , उसे आसानी से सिख सकते है |
रोज-रोज एक ही काम करने से हमारे वचेतन मन में प्रवेश कर जाती है। उस काम कर साथ हम और कोई काम करने लगते है , या कुछ सोचने लगते है | जब कोई हमें कुछ बुरा बोलता है तब हमारे मन में तरह-तरह के गलत विचार आना शुरू हो जाते है | हमारा दिमाग हमारे बस में नहीं रहता है | इसलिए 'चेतन से अचेतन अधिक शक्तिशाली है' |
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