Hindi, asked by ankitkumar8044055940, 18 hours ago

(iii) रौंद न पाएगा फिर कोई की मुसकान को। धरती बाँटी सागर बाँटा मत बाँटों इनसान को। bhavarth bataiyeजान देना पाएगा फिर प्रमोद सिंह के मुस्कान को जाते बांटी सागर बांटा मत बांटो इंसान को इसका भावार्थ बताइए ​

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Answered by rajeshtripathi673
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Gggggggggrhydaufjchgehejcgsjwug

Answered by dipamonihk481
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dfgndvbukyjiljbbkjv xx hdolxQfj vvx da

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