iii) रहीम के अनुसार अपनी व्यथा दूसरों से क्यों नहीं कहनी चाहिए?
Answers
Answered by
2
Answer:
रहीम के अनुसार अपनी व्यवस्था इसलिए नहीं कहनी चाहिए क्यूंकि वे हमारी व्यवस्था को सुनकर हमारे सामने तो नाटक करेंगे और बाद में हमारा मजाक उड़ाएं जी। वे हमारे दुख को बात भी नहीं सकते है।
Answered by
2
Answer:
रहिमन निज मन की, बिथा, मन ही राखो गोय।
सुनि अठिलैह लोग सब, बाटि न लैहैं न कोय।।
Explanation:
कविवर रहीम कहते हैं कि मन की व्यथा अपने मन में ही रखें उतना ही अच्छा क्योंकि लोग दूसरे का कष्ट सुनकर उसका उपहास उड़ाते हैं। यहां कोई किसी की सहायता करने वाला कोई नहीं है-न ही कोई मार्ग बताने वाला है।
Similar questions