Hindi, asked by itendraparmar1991, 2 months ago

iii)
उपर्युक्त पद्यांश का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए।

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Answered by diyabhana
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Answer:

उपर्युक्त पद्यांश का भावार्थ

मेरा हृदय कृष्ण को समर्पित है और उनके रंग में रंगा हुआ है, डूबा हुआ है। होली खेलने के लिए मैं संतोषरूपी शील का उपयोग गुलाल की तरह किया है और मेरे श्री कृष्ण ही मेरी पिचकारी हैं।

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