Hindi, asked by psjoshi1010, 3 months ago

ईमानदार का रचन स्पष्ट​

Answers

Answered by itztalentedprincess
6

प्रश्न:

ईमानदार का रचन स्पष्ट

उत्तर:

ईमानदार का मतलब हमेशा सच बोलना, सच का साथ हमेशा, आदि बहुत सी चीजें होती है ईमानदारी में और जो लोग यह करते हैं वह लोग हमेशा सफलता प्राप्त करते हैं जो मांगोगे वह पाएंगे जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं ईमानदार रहते हैं I जो भी ईमानदार रहेगा उसका हर मनोकामना पूरा होगा क्योंकि वह अच्छे कर्म कर रहे हैं और जो जैसा करेगा वैसा भरेगा अच्छे कर्म का फल हमेशा मीठा होता है I

कभी भी हमें झूठ नहीं बोलना चाहिए झूठ बोलना पाप है I हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए और सच बोलना चाहिए I

ईमानदारी के फायदे:

अगर आप ईमानदार रहेंगे तो आप जो मांगोगे वह मिलेगा और हमेशा आपके साथ अच्छा होगा कुछ भी गलत नहीं होगा कुछ भी गलत होने से पहले ही वह चल जाएगा I कोई भी खतरा आपके पास आने से पहले ही डर कर चला जाएगा आदि बहुत से फायदे होते हैं ईमानदारी के I

हमें झूठ कब बोलना चाहिए और क्यों:

हमें झूठ से ऐसी हालत से बोलना चाहिए जब हम कोई अच्छे कर्म करने के लिए झूठ बोल रहे हैं तब मैं झूठ बोल सकते हैं क्योंकि अगर कोई भी झूठ अच्छे कर्म करने के लिए बोला जाए तो झूठ नहीं हुआ वह अच्छे कर्म हुआ और सच्चाई हुआ I

इस बात का गवाह बहुत पहले महायुद्ध में श्रीकृष्ण ने बोला था इसलिए आज तक यह माना जाता है कि अगर कोई झूठ अच्छे कर्म करने के लिए बोला जाए तो झूठ झूठ नहीं हुआ एक अच्छा कर्म हुआ इसलिए झूठ तभी बोलिए जब कुछ अच्छा कर्म करना हो ऐसे ही झूठ नहीं बोलना चाहिए अपने फायदे के लिए I

झूठ बोलने के नुकसान:

अगर आप झूठ बोलेंगे तो आपका मनोकामना कभी पूरा नहीं होगा और अगर आप झूठ बोलते हैं और कभी आप मान लो सच भी बोल रहे हैं तब भी कोई आपको यकीन नहीं करेगा क्योंकि आप हमेशा झूठ बोलते थे I

उदाहरण के लिए मैं आपको एक कहानी बताती हूं:

एक राज्य में एक राजा और उसकी पुत्री रहती थी जिसका नाम गुड़िया था I गुड़िया हमेशा झूठ बोलती थी और सभी लोग उसकी आदत से बहुत परेशान थी वह हमेशा झूठ बोलती थी कभी विद्यालय जाने के लिए, कभी खेलने जाने के लिए आदि बहुत से चीजों के लिए झूठ बोलती थी गुड़िया I और ऐसे ही झूठ बोलते बोलते बहुत साल निकल गए फिर भी उसकी आदत नहीं सुधरी, तभी एक दिन उसके पेट में बहुत दर्द होने लगा इतना दर्द कि वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और वह बोल रही थी मैं आज विद्यालय नहीं जा पाऊंगी बहुत दर्द हो रहा है और वह इसलिए बात सच बोल रही थी उसके पेट में सचमुच बहुत दर्द था लेकिन कोई भी उसका यकीन नहीं कर रहा था क्योंकि वह हमेशा झूठ बोलती थी और सबने सोचा इस बार भी यह कोई बहाना है विद्यालय नहीं जाने का और सब बोलने की तुम विद्यालय जाओ तुम झूठ मत बोलो, और वो दर्द से तड़पती रही जबकि उसको सच में दखल की कोई यकीन नहीं करता क्योंकि वह हमेशा झूठ बोलती थी I

इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है:

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हम कभी भी अपने मतलब के लिए झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि अगर आप झूठ बोलोगे हमेशा तो जवाब सच बोलोगे तब भी कोई यकीन नहीं करेगा यही सोचे हो कि इस बार भी तुम झूठ बोल रही हो I झूठ बोलिए तो सिर्फ अच्छे कर्म के लिए I

जय हिंद जय भारत

Similar questions