Hindi, asked by horbilashboro3, 1 month ago

ईशा हमें दो यह वरदान,
पढ़े-लिखें हम बनें महान्।
सबसे हिल-मिल रहना सीखें
दु:ख ददों को सहना सीखें।
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कष्ट पड़े चाहे कितने ही,
पर अधेरों पर हो मुसकान
सच्चे पथ पर सदा बढ़े हम,
सच्चे प्रण पर सदा अड़ें हम,

Answers

Answered by tamanna9056
4

Nice poem

What we have to do ?

Mark as brainliest✌✌✌✌✌✌✌✌✌✌✌

Please✌✌✌✌✌✌

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