ईदगाह कहानी के आधार पर बताए के धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है
Answers
Answered by
4
Answer:
मुंशी प्रेमचंद' द्वारा लिखी गई “ईदगाह” कहानी एक उद्देश्यपूर्ण कहानी है। यह बाल मनोविज्ञान को गहनता से दर्शाती है। इस कहानी को पढ़कर ज्ञात होता है कि परिस्थितियां उम्र नहीं देखती और एक छोटा सा बालक भी विषम परिस्थितियों में समय से पहले परिपक्व हो जाता है।
Similar questions