Hindi, asked by degiopremi, 7 months ago

'ईदगाह'कहानी का उद्देश्य क्या है ?​

Answers

Answered by shishir303
24

‘ईदगाह’ कहानी का उद्देश्य..

‘मुंशी प्रेमचंद’ द्वारा लिखी गई “ईदगाह” कहानी एक उद्देश्यपूर्ण कहानी है। यह बाल मनोविज्ञान को गहनता से दर्शाती है। इस कहानी को पढ़कर ज्ञात होता है कि परिस्थितियां उम्र नहीं देखती और एक छोटा सा बालक भी विषम परिस्थितियों में समय से पहले परिपक्व हो जाता है।

कहानी में हामिद, जो एक मात्र 8 वर्ष का बालक है, वह एक परिपक्व व्यक्ति की भांति किसी तरह समझदारी का परिचय देता है। प्रेमचंद ने इसी बात को रोचकता से दर्शाया है। कहानी का मुख्य पात्र हामिद और उसकी दादी अमीना है। हामिद के माता-पिता इस संसार में नही हैं। वो अपनी बूढ़ी दादी के साथ रहता है। वे बहुत गरीब हैं, उसकी दादी छोटा-मोटा काम करके किसी तरह अपना और हामिद का भरण पोषण करती है। वो हामिद की सारी इच्छाएं पूरी नहीं कर पाती। ईद का त्यौहार जाता है। सब लोग मेले में घूमने जा रहे हैं। हामिद भी मेले में जाने के लिए उत्साहित है।  

हामिद की दादी किसी तरह थोड़े बहुत पैसे जोड़कर तीन आने हामिद को देती है, ताकि वो मेला घूम आये। हामिद अन्य बच्चों के साथ मेला जाता है। यहां सब बच्चे अपने मां-बाप द्वारा दिए पैसों से खिलौने, मिठाई आदि खरीदते है, लेकिन अपने मन पर नियंत्रण कर ये सब नही खरीदता। वह मेले में एक जरूरी चीज लेता है। वह जरूरी चीज है रसोई घर में काम आने वाला चिमटा। हामिद देखता था कि कैसे उसकी दादी के हाथ रोटी बनाते समय जल जाते थे, क्योंकि उसके पास चिमटा नहीं था। हामिद को अपनी बूढ़ी दादी का यह कष्ट बराबर याद रहा, और उसने अपनी इच्छाओं को तिलांजलि देते हुए अपनी बूढ़ी दादी के लिए एक उपयोगी वस्तु खरीदी।  

यह कहानी हामिद की मात्र 8 वर्ष की आयु में परिपक्वता को दर्शाती है। उसके अंदर की संवेदनशीलता को दर्शाती है। इसका कारण यह था कि समय और निर्धनता ने हामिद को अपनी उम्र के बच्चों से ज्यादा समझदार बना दिया था, वो समय से पहले ही परिपक्व हो चुका था, संवेदनशील बन चुका था।

हामिद के रूप बाल मनोविज्ञान और संवेदनशीलता को सार्थक रूप से प्रस्तुत करने में लेखक प्रेमचंद पूरी तरह सफल रहे हैं।

≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡

‘ईदगाह’ पाठ से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼

‘ईदगाह’ कहानी के हामिद का चरित्र-चित्रण।

https://brainly.in/question/10521319

═══════════════════════════════════════════

ईदगाह कहानी में बाल मनोविज्ञान का विश्लेषण कीजिए।

https://brainly.in/question/6975045

═══════════════════════════════════════════

"कोई धेलचा कनकौआ किसी गंडेवाले कनकौए को काट गया हो।" वाक्य मे 'धेलचा कनकौआ' और 'गंडेवाले कनकौए' का अर्थ बताइए।

https://brainly.in/question/15111421

○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○

Answered by shailajavyas
22

Answer:

       प्रेमचंद कलम के सिपाही माने जाते है | मानवीय भावनाओं को सहजता से उकेरने की जो कला उनके साहित्य में दिखाई पड़ती है वह अन्यत्र दुर्लभ है | ईदगाह'कहानी का उद्देश्य इसी बात का द्योतक है | इस कहानी में उन्होंने चार- पाँच वर्षीय बालक हामिद के द्वारा बाल मनोविज्ञान का रोचक प्रस्तुतिकरण किया है |

                        कहानी में जहां अभावग्रस्तता बालक हामिद को समय से पूर्व अपनी इच्छा को परे रखकर दादी के लिए चिमटे की उपयोगिता की समझ देती है वहीं पर स्नेहिल अमीना दादी को बच्चे की इस अप्रतिम भावना और भेंट का कायल बना देती है |

                     इस प्रकार बालक के बडप्पन के आगे वस्तु और वस्तु की कीमत नगण्य होकर उस वृद्धा को भी बालिका में परिवर्तित करके फूट -फूट के अश्रुपात करवा देती है | इस तरह कहानी का अंत अत्यंत मार्मिक है जो पाठक को अपनी बेजोड़ धाराप्रवाह शैली से प्रेमचंद की अद्भुत लेखनी द्वारा आकृष्ट करके भावातिरेक से भर देता है |  

Similar questions