ईया की बेटी का नाम निन्दा है, जो व्यक्ति ईष्यालु होता है वही बुरे
किस्म का निन्दक भी होता है। दूसरों की निन्दा वह इसलिए करता है कि इस
प्रकार दूसरेलोग जनता अथवा मित्रों की आँखों से गिर जायेंगे और जो स्थान
है उस पर म अनायास ही बैठा दिया जाऊंगा। मगर ऐसा न आज तक हुआ है
न होगा। दूसरों को गिराने की कोशिश तो अपने को बढ़ाने की कोशिश नहीं
कही जा सकती। एक बात और है कि संसार में कोई भी मनुष्य निन्दा से नहीं
(च) चमड़ी जाय पर
8. निम्न गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
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गिरता। उसके पतन का कारण सद्गुणों का ह्वास होता है। इस प्रकार कोई भी
मनुष्य दूसरों की निन्दा करने से अपनी उन्नति नहीं कर सकता। उन्नति तो
उसकी तभी होगी जब वह अपने चरित्र को निर्मल बनाये तथा गुणों का
विकास करें।
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गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
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गिरता। उसके पतन का कारण सद्गुणों का ह्वास होता है। इस प्रकार कोई भी
मनुष्य दूसरों की निन्दा करने से अपनी उन्नति नहीं कर सकता। उन्नति तो
उसकी तभी होगी जब वह अपने चरित्र को निर्मल बनाये तथा गुणों का
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