Hindi, asked by girichandra786, 2 months ago

इलेक्रॉतनक और सामाक्जक सिंचार तिंत्रों ने फै ललन के प्रभाव को कम करने में एक

सकारात्मक भूलमका तनभाई है। भारतीर् मौसम ववभाग की सटीक और समर् पर, प्रभावी पूवय

सूचना का सिंचार तत्रिं ों द्वारा प्रसारि ने चक्रवात के प्रकोप से लड़ने की और हातन को कम

करने में र्ोगदान हदर्ा है। राज्र् द्वारा सिंचाललत आल इिंडिर्ा रेडिर्ो, क्जसकी पहुाँच ओडिशा

के 80 प्रततशत ववशेषतः ग्रामीि क्षेत्रों में हैग्रामवालसर्ों को चक्रवात के आने से पूवय तर्ै ारी

का अवसर प्रदान ककर्ा।

उन्होंने ववशेष बुलेहटन प्रसाररत कर लोगों को सलाह दी कक चक्रवाती पररक्स्थततर्ों से ककस

प्रकार तनबटें। सभी समाचार चैनलों ने फै ललन की वास्तववक क्स्थतत का प्रसारि ककर्ा। क्जससे

लोगों को और बचाव राहत दलों को आपदा की तैर्ारी में सहार्ता लमली। सिंर्ुक्त राष्र सघिं ने

भी फै ललन आपदा के दौरान मीडिर्ा के र्ोगदान की प्रशिंसा की और इसके प्रभाव को कम करने

तथा लोगों के बीच सूचनाओिं के आदान-प्रदान की प्रशिंसा की

i. गद्र्ािंश का उपर्ुक्त शीषकय ललणखए।

ii .फे ललन क्र्ा है?

iii.सिंचार तिंत्रों ने फेललन के प्रभाव को काम करने में ककस तरह अपनी भूलमका तनभाई ?

iv.राज्र् द्वारा सिंचाललत ‘आल इिंडिर्ा रेडिर्ो’ के र्ागदान का उकलेख कीक्​

Answers

Answered by sujitgupta1416
1

Answer:

f5f7tct7xiyx5exhox5exugc fixtures are 6rx7rx7tc7yiycihohcughicufr6ds3s2a5ea5eigxufcufxfuxyfx

Explanation:

jxufxut

Similar questions