इमानदारी का फल 80 to 100 words in hindi
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Explanation:
किसी भी काम में ईमानदारी रखना बहुत ही ज्यादा जरुरी होता है । अगर हम अपने रोजिंदा जीवन में ईमानदारी से काम करे तो हमें ईमानदारी का फल मिलता ही है ।
पुराने समय की बात है । किसी राज्य में एक राजा राज करता था । राजा का स्वभाव काफी अच्छा था और उनके राज्य की प्रजा भी राजा के कामकाज से खुश थी । राजा को केवल एक बात का ही सुख नहीं था और वो ये बात थी की उसके कोई संतान नहीं थे ।
एक दिन राजा को ऐसा विचार आता है की में अपने राज्य में से किसी बच्चे को गोद ले लू जिससे में उत्तराधिकारी बना पाऊ और वो मेरे आगे के सारे कामकाज संभाल पाए । अब राजा ने तैय कर लिया था की वो अपने राज्य में से किसी बच्चे को गोद लेने वाला है और उसने अपने राज्य में ये घोषणा भी करवा दी थी ।
राजा की घोषणा के अनुसार सभी बच्चे राजमहल में एकत्रित हुए । राजा इन सभी बच्चो में से किसी एक को गोद लेने वाले थे । राजा ने उन सभी बच्चो को पौधे लगाने के लिए दिए और कहा की अब हम 5 महीने के बाद मिलेंगे और देखेंगे की किसका पौधा सबसे अच्छा हुआ है ।
साथ ही साथ राजा ने सभी को ये भी कहा की जिसका पौधा सबसे अच्छा हुआ होगा में उस बच्चे को गोद लूंगा । सभी बच्चे अपने अपने घर चले जाते है ।
5 महीने के बाद वो सभी अपना पौधा लेकर राजमहल में आते है । उन सभी बच्चो के गमले में बीज फूटे हुए थे लेकिन उन सभी बच्चो के बिच में सिर्फ एक ही बच्चा ऐसा था की जिसका गमला खाली था यानि की बीज अभी तक नहीं फूटे थे । वो बच्चा उन सभी के गमले देखकर डर जाता है और बहुत परेशान हो जाता है ।
राजा और बाकि सभी की नजर उस बच्चे के गमले की ओर जाती है । राजा तुरंत उस बच्चे के पास जाते है और उनसे पूछते है की तुम्हारे गमले में क्यों बीज नहीं फूटे है । वो बच्चा कहता है की मेने हररोज इसकी देखभाल की थी और में हररोज पौधे को पानी भी देता था लेकिन पता नहीं मेरे गमले में क्यों बीज नहीं फूटे ।
सभी बच्चो के गमले देखने के बाद राजा ने उस बच्चे को सभी के सामने बुलाया , वो बच्चा सहमा सा था । राजा ने उस बच्चे का गमला सभी को दिखाया और उसका गमला देखने के बाद बाकि सब बच्चे हसने लगे । राजा ने कहा सभी शांत हो जाओ । राजा के हुकम से सभी शांत हो जाते है ।
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उन सभी से वो कहते है की आप सभी को इतना हसने की जरुरत नहीं है क्योकि मेने आप सभी को जो पौधा दिया था वो बंजर का था यानि की आप कितनी भी मेहनत कर लो लेकिन उनसे कुछ नहीं निकलेगा जिसका मतलब असली देखभाल ईमानदारी से करने वाला ये सिर्फ अकेला लड़का है ।
राजा उसकी ईमानदारी से बहुत ज्यादा खुश थे और उन्होंने ये भी देखा की उसका गमला खाली था फिर भी वो बच्चा हिम्मत करके राजमहल तक आया । राजा ने उस बच्चे को गोद ले लिया और साथ में ही राज्य का उत्तराधिकारी बना दिया । इस बच्चे को अपनी ईमानदारी का फल मिलता है । वो बहुत ज्यादा खुश हो गया ।Moral : ईमानदारी का होना बहुत जरुरी होता है । हमें हर काम ईमानदारी से करना चाहिए । हम पूरी दुनिया को धोखा दे सकते है पर हम कभी भी अपने आप को धोखा नहीं दे सकते है । हमें अपने खुद के बारे में सब कुछ सच पता ही होता है । हमें ईमानदारी का फल कभी – न – कभी मिलता ही है ।
Answer:
ईमानदारी का अर्थ है जीवन के सभी पहलुओं में एक व्यक्ति को सच्चा होना। इसमें किसी को झूठ नहीं बताना, बुरी आदतों, गतिविधियों या व्यवहार के माध्यम से किसी को चोट पहुंचाना शामिल है। ईमानदार व्यक्ति उन गतिविधियों में शामिल नहीं होता है जो नैतिक रूप से गलत हैं।
ईमानदारी किसी नियम और विनियमन को नहीं तोड़ना है, अनुशासन में रहना है, अच्छा व्यवहार करना है, सत्य बोलना है, समय का पाबंद होना है और दूसरों की ईमानदारी से मदद करना है। ईमानदार होने से व्यक्ति को आस-पास के सभी पर विश्वास करने, बहुत सारी खुशी, सर्वोच्च शक्ति से आशीर्वाद और कई और चीजों में मदद मिलती है ईमानदार होना वास्तव में वास्तविक जीवन में बहुत फायदेमंद है। यह वह चीज नहीं है जिसे कोई खरीद या बेच सकता है; यह एक अच्छी आदत है जिसे केवल अभ्यास के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।