Hindi, asked by piyushkulkarni8025, 6 months ago

इन पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट कीजिए खेती होती है पाशुधन से हे संबंध सुदृढ जीवन से खेतो मे फसले लाहरती प्रकृती हमारा चित्त चुराती​

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Answered by tejalmore65
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क्षेत्रमें बुधवार दोपहर 3 बजे से एक घंटे तक मूसलाधार बरसात हुई। अचानक बरसात होने से किसान खेतों में कटी फसलों को बचाने के लिए दौड़ पड़े। अभी खेतों में कटी उड़द और सोयाबीन की फसल पड़ी हुई है। बारिश से काफी नुकसान हुआ है। किसान दुर्गाशंकर ने बताया कि इस साल सोयाबीन की बंपर पैदावार हुई थी। बरसात ने सबकुछ तबाह कर दिया।

उधर, बारिश से कस्बे के खाळ और छोटे नाले उफान पर गए। खाळ में पानी आने से चौसला-मोड़क मार्ग दो घंटे तक बंद रहा। खेतों के रास्तों पर पानी भर गया। कस्बों और गांवों में लगे पंडालों में बरसात ने तबाही मचा दी। इस कारण कई जगह रात को गरबा नहीं हुआ। तहसीलदार अनूपसिंह ने बताया कि तेज बरसात से फसलों को नुकसान पहुंचा है। पटवारी को भेजकर सर्वे करवाया जाएगा और रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। कृषि पर्यवेक्षक किशनलाल कलवार ने बताया कि बरसात से सोयाबीन की फसल काली पड़ जाएगी। गीली हुई फसल के सूखने के बाद फलियां तड़क जाएंगी। किसानों को बरसात से काफी नुकसान हुआ है।

मोड़कगांव। बुधवारदोपहर 12 बजे तेज बारिश हुई। शाम को फिर बारिश हुई। किसानों ने खेतों में उड़द, सोयाबीन मक्का की फसल काट रखी है। कई किसान फसल काटने की तैयारी में हैं। इन फसलों को बारिश से नुकसान है।

क्षेत्रमें बारिश से बर्बाद हुई लाखों रुपए की फसलें

इटावा.क्षेत्र में गत दो दिनों से हो रही बारिश से सोयाबीन उड़द की फसल में व्यापक नुकसान हुआ है। बुधवार को दोपहर 2 बजे करीब एक घंटे तक तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश से सड़कों पर करीब एक-एक फीट पानी भर गया। बिजली गुल होने से शहरवासी परेशान रहे। बारिश से तिल्ली की 90 प्रतिशत से अधिक फसलें पहले ही खराब हो चुकी हैं, अब अपनी बर्बाद हुई फसलों को देखकर किसान हताश परेशान है। किसान सत्यनारायण मीणा ने बताया कि इटावा में उनकी 20 बीघा सोयाबीन की फसल कटकर खेतों में पड़ी थी बारिश के चलते पुरी फसल बर्बाद हो गई। रामलाल ने बताया कि उसके फसल खेत में पक गई थी कल उसको खेत में निकालने के लिए जाना था, लेकिन उससे पहले ही बुधवार की बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया है। कृषि उपज मंडी समिति में बुधवार को क्षेत्र के कई किसान अपनी जिंस को बेचने आए थे तथा उन्होंने प्लेटफार्म पर जिंस के ढेर लगा रखें थे लेकिन अचानक आई बारिश से उनकी जिंसें भीग कर खराब हो गई। किसान सीताराम मीणा फतेहपुर ने बताया कि बुधवार को वह मंडी में 30 क्विंटल सोयाबीन की फसल बेचने के लिए लाया था तथा प्लेटफार्म पर उसके ढेर लगा रखे थे तथा बारिश से बचाव के लिए मंडी से तिरपाल भी ले लिए थे, लेकिन बारिश इतनी तेज थी कि बारिश का पानी प्लेटफार्म से बहकर निकल गया जिससे करीब एक लाख रुपए की फसल खराब हो गई। इसी तरह महावीर मीणा इटावा की 22 क्विंटल सोयाबीन, महावीर मीणा फतेहपुर की 30 क्विंटल सोयाबीन सहित करीब 15 किसानों की जिंसें भीग गई। किसान नरेंद्र ने बताया कि उसके 10 बीघा सोयाबीन की फसल थी लेकिन वह बिल्कुल खराब हो चुकी है उसकी आने वाले समय की उम्मीदें इसी फसल पर थी उसके पास कुछ नहीं बचा है।

गणेशगंज.कस्बेमें बुधवार को सवेरे से ही गर्मी का असर देखने को मिला। 12 बजे बाद मौसम ने पलटा। हवा के साथ बारिश का दौर शुरू हुआ। कभी तेज तो कभी धीमी गति से दिन भर बारिश का दौर चला। जिससे सड़कों पर पानी बह निकला मौसम में ठंडक घुल गई। गर्मी से लोगों को राहत मिली। किसानों का कहना है कि इन दिनों खेतों में सोयाबीन उड़द की फसलों की कटाई कार्य चल रहा है। बुधवार को हुई बेमौसम बारिश से खेती कार्य प्रभावित हुआ। किसान अपनी पकी फसल को खराब होते देख चिंतित नजर रहे हैं। इस बारिश से कई किसानों के खेतों में थ्रेसर मशीनें कीचड़ के कारण खेतों में ही रह गई। मशीन एजेंट रामस्वरूप मीणा ने बताया कि कटाई कार्य कम्बाइन मशीनों पर अटका हुआ है। क्षेत्र में तीन मशीनों का संचालन हो रहा है। क्षेत्र में सोयाबीन की फसल की बुवाई अधिकांश किसानों ने की है। बुधवार को बारिश से किसानों के खेतों में खड़ी कटी हुई फसलों में भारी नुकसान हुआ है।

गीलीहुई सोयाबीन उड़द की फसलें

पीपल्दा.क्षेत्रमें दोपहर को मौसम का मिजाज बिगड़ा और अचानक आसमान में काली घटाएं छा गई। कस्बे में हवाओं के साथ तेज बारिश हुई। पीपल्दा, करवाड़, शहनावदा, डूंगरली, फूसोद सहित कई गावों में खेतों में पड़ी सोयाबीन उड़द की फसलें भींग गई। जिसके चलते किसानों में मायूसी छा गई। किसानों ने बताया कि खेतों में कटी फसल गीली होने से पैदावार में नुकसान होगा। धूप निकलने के बाद फलियों में से दाने में बाहर आने लगेंगे। गीली फसलों को सूखने में करीब 3 दिन का समय लगेगा। मौसम बदलने से लोगों को पिछले 15 दिनों से पड़ रही तेज गर्मी से थोड़ी राहत मिली। बारिश से कई स्थानों पर कीचड़ होने से लोगों को आवाजाही में परेशानी उठानी पड़ी।

सीमल्या।बुधवारदोपहर बाद क्षेत्र में हवा के साथ हल्की बारिश हुई। किसानों को उनकी फसल की चिंता सताने लगी है। वर्तमान में उड़द, सोयाबीन फसल की कटाई चल रही है। अभी कई किसानों की फसल खुले में पड़ी है। देवपुरा निवासी किसान छीतरलाल मेहता ने बताया कि 150 बीघा की सोयाबीन की फसल थी। सीमल्या कस्बे सहित कल्याणपुरा, गुमानपुरा, पोलाई, भौंरा, खेड़ली महादीत आदि गांवों के किसानों ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से ओलावृष्टि सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं ने किसानों की आर्थिक स्थति बिगाड़ी हुई है। इस बार सोयाबीन उड़द की फसल अच्छी होने से इस फसल से किसानों ने काफी उम्मीदें लगा रखी हैं।

रामगंजमंडी। शहर सहित क्षेत्र में बुधवार को बारिश हुई। कई क्षेत्र में तेज बारिश होने से फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है।

रावतभाटा। शहर में मौसम ठंडा रहा, दिन में बारिश भी हुई। बादल छाए रहे।

इटावा में बारिश के चलते मंडी में भीगी जींस को सुखाते किसान।

गणेशगंज। बारिश से किसानों के खेतों में प्रभावित हुई फसल।

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