इन शब्दों में से प्रयुक्त प्रत्यय छाँटकर अलग लिखिए (2)
1) शारीरिक =
2) कायरता =
Answers
Answer:
1) शारीरिक = शरीर + इक
2) कायरता = कायर + ता
Explanation:
परिचय :
उपसर्गों की तरह ही प्रत्ययों का प्रयोग भी नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्दों की रचना करने के क्रम में कुछ शब्दांशों का शब्दों के पीछे या उनके अंत में जोड़ दिया जाता है। इससे मूलशब्द के अर्थ में बदलाव या विशेषता आ जाती है। ये शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं।
परिभाषा :
वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण –

प्रत्यय के भेद-प्रत्यय के दो भेद होते हैं –
(क) कृत प्रत्यय
(ख) तद्धित प्रत्यय
(क) कृत प्रत्यय-जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप अर्थात् उनकी धातु के अंत में लगकर संज्ञा, सर्वनाम शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं।
परिचय :
उपसर्गों की तरह ही प्रत्ययों का प्रयोग भी नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्दों की रचना करने के क्रम में कुछ शब्दांशों का शब्दों के पीछे या उनके अंत में जोड़ दिया जाता है। इससे मूलशब्द के अर्थ में बदलाव या विशेषता आ जाती है। ये शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं।
परिभाषा :
वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण –

प्रत्यय के भेद-प्रत्यय के दो भेद होते हैं –
(क) कृत प्रत्यय
(ख) तद्धित प्रत्यय
(क) कृत प्रत्यय-जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप अर्थात् उनकी धातु के अंत में लगकर संज्ञा, सर्वनाम शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैंपरिचय :
उपसर्गों की तरह ही प्रत्ययों का प्रयोग भी नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्दों की रचना करने के क्रम में कुछ शब्दांशों का शब्दों के पीछे या उनके अंत में जोड़ दिया जाता है। इससे मूलशब्द के अर्थ में बदलाव या विशेषता आ जाती है। ये शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं।
परिभाषा :
वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण –

प्रत्यय के भेद-प्रत्यय के दो भेद होते हैं –
(क) कृत प्रत्यय
(ख) तद्धित प्रत्यय
(क) कृत प्रत्यय-जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप अर्थात् उनकी धातु के अंत में लगकर संज्ञा, सर्वनाम शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं।
परिचय :
उपसर्गों की तरह ही प्रत्ययों का प्रयोग भी नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्दों की रचना करने के क्रम में कुछ शब्दांशों का शब्दों के पीछे या उनके अंत में जोड़ दिया जाता है। इससे मूलशब्द के अर्थ में बदलाव या विशेषता आ जाती है। ये शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं।
परिभाषा :
वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण –

प्रत्यय के भेद-प्रत्यय के दो भेद होते हैं –
(क) कृत प्रत्यय
(ख) तद्धित प्रत्यय
(क) कृत प्रत्यय-जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप अर्थात् उनकी धातु के अंत में लगकर संज्ञा, सर्वनाम शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं।