Indhan sanrakshan ki disha me chote chote kadam badha privartan la sakte hai essay 79 lines ka
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ईंधन एक प्राकृतिक संसाधन है जो उपयोगी ऊर्जा पैदा करता है जब यह रासायनिक या परमाणु प्रतिक्रिया से गुजरता है। कोयला, लकड़ी, तेल, पेट्रोल या गैस ऊर्जा प्रदान करते हैं जब हम उन्हें ईंधन पर विचार करते हैं। लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ईंधन आदमी नहीं बनाया गया है और यह केवल स्वाभाविक रूप से होता है, इसलिए इसकी समझदारी का उपयोग आज के लिए ज्यादा नहीं है बल्कि भविष्य की पीढ़ी के लिए भी बहुत ज्यादा है। हमें केवल अपने वाहनों को चलाने के लिए ईंधन की जरूरत नहीं है, लेकिन हमें अपना जीवन और बेहतर वातावरण भी चलाने की जरूरत है। समय-समय पर दुनिया में ईंधन की कमी पैदा होती है। अधिकांश देशों को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ईंधन का आयात करना होगा
आज हम सब अपनी प्राकृतिक संसाधनों को बर्बाद करने की दौड़ में हैं क्योंकि हमारी लापरवाही और अज्ञानता केवल पेट्रोल या डीजल ही नहीं बल्कि प्राकृतिक गैस, प्रोपेन और तेल जैसे अन्य सभी प्रकार के ईंधन बहुत जल्द ही गायब हो जायेंगे। यहां हम बेहतर पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए सहेजें ईंधन के कुछ सुझावों के साथ हैं।
अपनी गाड़ी चलाते समय गति धीमी हो जाती है और गति की गति को छूने के रूप में गति को ईंधन की खपत को बढ़ाता है जिससे ईंधन अर्थव्यवस्था कम हो जाती है। ज्यादा क्लच और अनावश्यक रूप से उपयोग करने से बचें क्योंकि इससे ईंधन की अतिरिक्त खपत होगी। शहर के चारों ओर चलाते समय एयर कंडीशनर बंद करे
आप कुशलता से खाना पकाने के द्वारा रसोई में ईंधन बचा सकते हैं। पैन को कवर पैन में गर्मी रखता है, भोजन को खाना बनाती है जितना भी आप की आवश्यकता होती है उतनी अधिक पानी नहीं गरम करना प्रोपेन बचाता है।
आज हम सब अपनी प्राकृतिक संसाधनों को बर्बाद करने की दौड़ में हैं क्योंकि हमारी लापरवाही और अज्ञानता केवल पेट्रोल या डीजल ही नहीं बल्कि प्राकृतिक गैस, प्रोपेन और तेल जैसे अन्य सभी प्रकार के ईंधन बहुत जल्द ही गायब हो जायेंगे। यहां हम बेहतर पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए सहेजें ईंधन के कुछ सुझावों के साथ हैं।
अपनी गाड़ी चलाते समय गति धीमी हो जाती है और गति की गति को छूने के रूप में गति को ईंधन की खपत को बढ़ाता है जिससे ईंधन अर्थव्यवस्था कम हो जाती है। ज्यादा क्लच और अनावश्यक रूप से उपयोग करने से बचें क्योंकि इससे ईंधन की अतिरिक्त खपत होगी। शहर के चारों ओर चलाते समय एयर कंडीशनर बंद करे
आप कुशलता से खाना पकाने के द्वारा रसोई में ईंधन बचा सकते हैं। पैन को कवर पैन में गर्मी रखता है, भोजन को खाना बनाती है जितना भी आप की आवश्यकता होती है उतनी अधिक पानी नहीं गरम करना प्रोपेन बचाता है।
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ईंधन का संरक्षण करने से पूर्व हमें ये समझना जरूरी है कि हमारे जीवन में ये क्या मायने रखते हैं ? आखिर क्यों करना चाहिए इनका संरक्षण ?
ईंधन वास्तव मे प्रकृति का दिया वह तोहफा है, जो ज्वलित होने पर विशाल मात्रा में उर्जा का उत्सर्जन करता है। जिस उर्जा का उपयोग हम अपने दैनिक जीवन मे उपयोग में लाये वस्तुओं को चलाने में करते हैं ।जैसे - गाड़ी , पंखा , मोटर, कल-कारखाना , विद्युत चालित सभी संत्र बगैरह - बगैरह सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ईंधन पर निर्भर हैं।
तो जाहिर है कि ईंधन हमारे लिए कितना अहम है, और इसकी सीमित मात्रा हमें ईंधन का संरक्षण की ध्यान देने को विवश करती है।
वैसे तो ईंधन के संरक्षण पर विश्व स्तर पर कार्य हो रहे हैं , हजारों वैज्ञानिक अक्षय उर्जा की ताकत बढाने की कड़ी मेहनत में जुटे हैं । नई तकनीक की खोज जारी है ताकि ईंधन का उपयोग न्यूनतम कर सके । लेकिन ये कार्य या योजना तभी सफल हो सकेंगे जब आम आदमी भी ईंधन संरक्षण में अपना योगदान दें ।
कुछ बातें है जिससे हम आम व्यक्ति भी ईंधन संरक्षण में विशेष योगदान दे सकते हैं। है।
१.जितना संभव हो हमे बिजली का कम से कम उपयोग करना चाहिए , इससे कोयले की खपत कम की जा सकती है।
२. भोजन को बनाने के लिए ढक्कन वाले बर्तन का उपयोग करना चाहिए , इस प्रकार हम दो नुकसान से बच सकते हैं पहला - भोजन के पोषकतत्व का क्षयण नही होगा ।
दूसरा - हम गैस के अधिक उपयोग पर काबू पा सकेंगे । और हाँ खाना बनाने के बाद रेगूलेटर को बंद कर देना चाहिए ।
३. छोटी दूरी को तय करने के लिए गाड़ी का उपयोग न करें । इसके लिए आप साइकिल या फिर पैदल चल सकते हैं । ये पेट्रोल की खपत को कम करता तो है ही साथ में आपके शरीर को चुस्त और दुरूस्त बनाता है। क्योंकि ज्यादातर बिमारियाँ हमारे blood circulation शिथिल होने के कारण होते हैं पर पैदल चलने या साईकिल का उपयोग करने से blood circulation बरकरार रहता है।
४. गाड़ियों को मध्यम गति से चलायें , इससे ईंधन की कम खपत होती है , और दुर्घटना का भी कम खतरा रहता है ।
५.गाड़ी की ईंजन को बेवजह चालू न छोड़े , अक्सर ट्राफिक सिग्नल पर हम गाड़ी की चालू ही रखते हैं यह गलत है इससे ईंधन की बेवजह क्षति होती है ।
ऐसी बहुत सारी छोटी - छोटी बातों का ध्यान अगर हम अपने दैनिक जीवन मे रखें तो ईंधन के संरक्षण में मिल का पत्थर साबित होगा
ईंधन वास्तव मे प्रकृति का दिया वह तोहफा है, जो ज्वलित होने पर विशाल मात्रा में उर्जा का उत्सर्जन करता है। जिस उर्जा का उपयोग हम अपने दैनिक जीवन मे उपयोग में लाये वस्तुओं को चलाने में करते हैं ।जैसे - गाड़ी , पंखा , मोटर, कल-कारखाना , विद्युत चालित सभी संत्र बगैरह - बगैरह सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ईंधन पर निर्भर हैं।
तो जाहिर है कि ईंधन हमारे लिए कितना अहम है, और इसकी सीमित मात्रा हमें ईंधन का संरक्षण की ध्यान देने को विवश करती है।
वैसे तो ईंधन के संरक्षण पर विश्व स्तर पर कार्य हो रहे हैं , हजारों वैज्ञानिक अक्षय उर्जा की ताकत बढाने की कड़ी मेहनत में जुटे हैं । नई तकनीक की खोज जारी है ताकि ईंधन का उपयोग न्यूनतम कर सके । लेकिन ये कार्य या योजना तभी सफल हो सकेंगे जब आम आदमी भी ईंधन संरक्षण में अपना योगदान दें ।
कुछ बातें है जिससे हम आम व्यक्ति भी ईंधन संरक्षण में विशेष योगदान दे सकते हैं। है।
१.जितना संभव हो हमे बिजली का कम से कम उपयोग करना चाहिए , इससे कोयले की खपत कम की जा सकती है।
२. भोजन को बनाने के लिए ढक्कन वाले बर्तन का उपयोग करना चाहिए , इस प्रकार हम दो नुकसान से बच सकते हैं पहला - भोजन के पोषकतत्व का क्षयण नही होगा ।
दूसरा - हम गैस के अधिक उपयोग पर काबू पा सकेंगे । और हाँ खाना बनाने के बाद रेगूलेटर को बंद कर देना चाहिए ।
३. छोटी दूरी को तय करने के लिए गाड़ी का उपयोग न करें । इसके लिए आप साइकिल या फिर पैदल चल सकते हैं । ये पेट्रोल की खपत को कम करता तो है ही साथ में आपके शरीर को चुस्त और दुरूस्त बनाता है। क्योंकि ज्यादातर बिमारियाँ हमारे blood circulation शिथिल होने के कारण होते हैं पर पैदल चलने या साईकिल का उपयोग करने से blood circulation बरकरार रहता है।
४. गाड़ियों को मध्यम गति से चलायें , इससे ईंधन की कम खपत होती है , और दुर्घटना का भी कम खतरा रहता है ।
५.गाड़ी की ईंजन को बेवजह चालू न छोड़े , अक्सर ट्राफिक सिग्नल पर हम गाड़ी की चालू ही रखते हैं यह गलत है इससे ईंधन की बेवजह क्षति होती है ।
ऐसी बहुत सारी छोटी - छोटी बातों का ध्यान अगर हम अपने दैनिक जीवन मे रखें तो ईंधन के संरक्षण में मिल का पत्थर साबित होगा
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