Interesting diary entry ideas in hindi
Answers
Answered by
1
यहाँ कुछ दैनंदिनी के उदाहरण दिये जा रहे हैं-
(1) 23 अक्तूबर, 20XX, बुधवार
रात्रि 9 : 30 बजे
आज का दिन बहुत अच्छा बीता। विद्यालय की प्रार्थना सभा में समस्त विद्यार्थियों के सामने मुझे अंतर्विद्यालयी काव्य-पाठ प्रतियोगिता में जीता गया पुरस्कार दिया गया। घर आने पर मैंने माँ-पिता जी को पुरस्कार दिखाया, तब वे फूले नहीं समाए। दादी माँ ने मुझे आशीर्वाद दिया। अब मैं खाना खाने के बाद सोने जा रहा हूँ।
रोहित कुमार
(2) 10 मार्च, 20XX, मंगलवार
रात्रि 11 : 00 बजे
आज का दिन शायद मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा, क्योंकि बाजार की घटना बार-बार मेरी आँखों के सामने आ रही है। मैं आज शाम को माँ के साथ बाजार गया था, हम सड़क पार करने ही जा रहे थे, तभी तेजी से आती हुई एक कार ने सड़क पार करते हुए गाय के बछड़े को इतनी जोर से टक्कर मारी कि वह उछलकर हमारे पैरों में आकर गिरा और हमारे देखते-ही-देखते उसने प्राण त्याग दिए। यह भयानक दृश्य मैं शायद ही कभी भुला पाऊँ।
रवीश
(3) 07 जनवरी, 20XX, बुधवार
रात्रि 10 : 45 बजे
आज मैं बहुत खुश हूँ, क्योंकि आज मेरी इच्छा पूरी हो गई है। आज कक्षा में अध्यापिका ने सबके सामने परीक्षा परिणाम घोषित किया। जब उन्होंने सबसे अधिक अंक प्राप्त करके प्रथम आने वाली छात्रा का नाम लिया, तब मुझे अपने कानों पर विश्वास ही नहीं हुआ, क्योंकि वह छात्रा कोई और नहीं मैं ही थी। सभी साथियों ने मेरी प्रशंसा की। घर आने पर मैंने माँ-पिता जी व दादा-दादी को रिपोर्ट कार्ड दिखाया, तो वे बहुत प्रसन्न हुए और मुझे न जाने कितने आशीर्वाद दिए।
अनुष्का
4) 12 जनवरी, 20XX, शुक्रवार
रात्रि 9 : 00 बजे
आज मेरा मन बहुत उदास है, क्योंकि मेरे बचपन का दोस्त कुणाल दिल्ली छोड़कर इलाहाबाद जा रहा है। उसके पिता जी का तबादला हो गया है। शाम को वह मुझसे मिलने आया था। वह भी बहुत दुखी था, परंतु उसने मुझसे वादा किया है कि वह फोन और पत्रों द्वारा मुझसे संपर्क बनाए रखेगा। कुणाल जैसा मित्र पाना बड़ी खुशकिस्मती की बात है। मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करूँगा कि दूर जाने पर भी हमारी मित्रता में दूरी न आए।
वीरेन
(1) 23 अक्तूबर, 20XX, बुधवार
रात्रि 9 : 30 बजे
आज का दिन बहुत अच्छा बीता। विद्यालय की प्रार्थना सभा में समस्त विद्यार्थियों के सामने मुझे अंतर्विद्यालयी काव्य-पाठ प्रतियोगिता में जीता गया पुरस्कार दिया गया। घर आने पर मैंने माँ-पिता जी को पुरस्कार दिखाया, तब वे फूले नहीं समाए। दादी माँ ने मुझे आशीर्वाद दिया। अब मैं खाना खाने के बाद सोने जा रहा हूँ।
रोहित कुमार
(2) 10 मार्च, 20XX, मंगलवार
रात्रि 11 : 00 बजे
आज का दिन शायद मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा, क्योंकि बाजार की घटना बार-बार मेरी आँखों के सामने आ रही है। मैं आज शाम को माँ के साथ बाजार गया था, हम सड़क पार करने ही जा रहे थे, तभी तेजी से आती हुई एक कार ने सड़क पार करते हुए गाय के बछड़े को इतनी जोर से टक्कर मारी कि वह उछलकर हमारे पैरों में आकर गिरा और हमारे देखते-ही-देखते उसने प्राण त्याग दिए। यह भयानक दृश्य मैं शायद ही कभी भुला पाऊँ।
रवीश
(3) 07 जनवरी, 20XX, बुधवार
रात्रि 10 : 45 बजे
आज मैं बहुत खुश हूँ, क्योंकि आज मेरी इच्छा पूरी हो गई है। आज कक्षा में अध्यापिका ने सबके सामने परीक्षा परिणाम घोषित किया। जब उन्होंने सबसे अधिक अंक प्राप्त करके प्रथम आने वाली छात्रा का नाम लिया, तब मुझे अपने कानों पर विश्वास ही नहीं हुआ, क्योंकि वह छात्रा कोई और नहीं मैं ही थी। सभी साथियों ने मेरी प्रशंसा की। घर आने पर मैंने माँ-पिता जी व दादा-दादी को रिपोर्ट कार्ड दिखाया, तो वे बहुत प्रसन्न हुए और मुझे न जाने कितने आशीर्वाद दिए।
अनुष्का
4) 12 जनवरी, 20XX, शुक्रवार
रात्रि 9 : 00 बजे
आज मेरा मन बहुत उदास है, क्योंकि मेरे बचपन का दोस्त कुणाल दिल्ली छोड़कर इलाहाबाद जा रहा है। उसके पिता जी का तबादला हो गया है। शाम को वह मुझसे मिलने आया था। वह भी बहुत दुखी था, परंतु उसने मुझसे वादा किया है कि वह फोन और पत्रों द्वारा मुझसे संपर्क बनाए रखेगा। कुणाल जैसा मित्र पाना बड़ी खुशकिस्मती की बात है। मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करूँगा कि दूर जाने पर भी हमारी मित्रता में दूरी न आए।
वीरेन
Similar questions