Is there a room available in this hostel. (quality)
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ᴛʜᴇ ᴘʀᴏᴄᴇꜱꜱ ʙʏ ᴡʜɪᴄʜ ɢʀᴇᴇɴ ᴘʟᴀɴᴛꜱ ᴀɴᴅ ꜱᴏᴍᴇ ᴏᴛʜᴇʀ ᴏʀɢᴀɴɪꜱᴍꜱ ᴜꜱᴇ ꜱᴜɴʟɪɢʜᴛ ᴛᴏ ꜱʏɴᴛʜᴇꜱɪᴢᴇ ɴᴜᴛʀɪᴇɴᴛꜱ ꜰʀᴏᴍ ᴄᴀʀʙᴏɴ ᴅɪᴏxɪᴅᴇ ᴀɴᴅ ᴡᴀᴛᴇʀ. ᴘʜᴏᴛᴏꜱʏɴᴛʜᴇꜱɪꜱ ɪɴ ᴘʟᴀɴᴛꜱ ɢᴇɴᴇʀᴀʟʟʏ ɪɴᴠᴏʟᴠᴇꜱ ᴛʜᴇ ɢʀᴇᴇɴ ᴘɪɢᴍᴇɴᴛ ᴄʜʟᴏʀᴏᴘʜʏʟʟ ᴀɴᴅ ɢᴇɴᴇʀᴀᴛᴇꜱ ᴏxʏɢᴇɴ ᴀꜱ ᴀ ʙʏ-ᴘʀᴏᴅᴜᴄᴛ.
ʜᴏᴘᴇ ɪᴛ ʜᴇʟᴘꜱ ☺️
Explanation:
नई दिल्ली। बरमूडा ट्रायंगल 300 साल से रहस्य बना हुआ है। इसे 'डेविल्स ट्रायंगल' भी कहा जाता है। बरमूडा ट्रायंगल में समा चुके पानी के जहाज और हवाई जहाजों की बारे में पुष्ट तौर पर तो कोई आंकड़ा नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि अब तक 2000 जलपोत और 75 वायुयान इस शैतानी तिकाने में समा चुके हैं। बरमूडा ट्रायंगल को लेकर कई थ्योरी अब तक दुनिया के सामने आ चुकी हैं। किसी ने यहां एलियन की मौजूदगी का एहसास किया तो किसी ने भूतों का साया बताया। अब बरमूडा ट्रायंगल की रहस्यों से उलझी परतों को सुलझाने का दावा सामने आया है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों का दावा है कि 'रॉग वेव' के कारण बरमूडा ट्रायंगल में हादसे होते हैं। ये भयावह लहरें 100 फुट तक होती हैं, जिसकी वजह से इसकी चपेट में जो भी आता है वह नष्ट हो जाता है।
ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने किया बरमूडा ट्रायंगल का रहस्य सुलझाने का दावा, पेश की नई थ्योरी
ब्रिटिश चैनल 5 की डॉक्यूमेंट्री 'द बरमूडा एनिग्मा' मतलब 'बरमूडा ट्रायंगल का रहस्य' में ब्रिटेन की साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यह नई थ्योरी दी है। जहां तक 'रॉग वेव' की बात है तो 1997 में इन्हें पहली बार सैटेलाइट की मदद से देखा गया था। चैनल 5 की डॉक्यूमेंट्री में एक घटना को उदाहरण बनाकर भी दिखाया गया है। इसमें यूएसएस साइक्लोप्स जहाज का मॉडल तैयार किया गया। 1918 में यह अमेरिकी युद्धपोत बरमूडा ट्राएंगल क्षेत्र में समा गया था। इस घटना में 300 लोग मारे गए थे। रिसर्च करने वालों ने इसी जहाज एक मॉडल तैयार किया, जिसकी मदद से यह पुष्टि करने में मदद मिली कि आखिर हादसे क्यों होते हैं।
वैज्ञानिक डॉक्टर सिमन बॉक्सवेल ने बताया कि बरमूडा ट्रायंगल में तूफान उठते हैं, जो कि साउथ और नॉर्थ की तरफ से एक साथ आते हैं। इसी तूफान से 'रॉग वेव' तैयार होती हैं।