इस बार उसे उतना ही आश्चर्य हुआ जितना द्वारिका से लौटने पर श्री कृष्ण के मित्र सुदामा को हुआ था आशय स्पष्ट कीजिए
Answers
Answered by
3
Answer:
सुदामा की दीनदशा देखकर श्रीकृष्ण की क्या मनोदशा हुई? अत्यंत व्याकुल हो उठे। कृष्ण, जो दया के सागर हैं, वे अपने मित्र के लिए फूट- फूटकर रोने लगे। उन्होंने सुदामा के पैरों को धोने के लिए न तो परात उठाई और न ही पानी; उन्होंने अपने मित्र के पैरों को अपने अश्रुओं से धोया, जो उनकी अंतर्मन की पीड़ा को स्पष्ट करता है।
Similar questions