इस ग्रह का नाम बडा विचित्र-सा है। यहाँ के लोग विज्ञान मे बहुत आगे बढ गए है। इनके पास ऐसे यान है कि यह एक
सौरमंडल से दुसरे तक आसानी से आते-जाते है। यहाँ भी लोगो ने रहने के लिए घर बना रखे है, कारखाने है, बाजार है,
बस्तीयाँ है, मोटरे है- सभी कुछ है लेकिन हम से बिलकुल भिन्न इनके अपने वैज्ञानिक सिद्धांत है। मैने कई सौरमंडल और
उनके ग्रहो के बारे मे जानकारी है। हमारा सौरमंडल इनके सबसे निकट है इसीलिए आसानी से मेरा अपहरण कर लिया।
मेरे अपहरण का कारण जानने से पहले यह जान ले कि ये लोग चिकित्साशास्त्र में बहुत पिछडे हुए है। यह एक ऐसा ग्रह है
जहाँ विज्ञान अपनीचरमसीमा को पहुँच चुका है। यहाँ के आदमीअब आदमीनही मशीन हो गए है। यहाँ का सारा काम
मशीनोसे ही होता है और इसका नतीजा यह हुआ कि धीरे-धीरे आदमी का महत्व कम होता गया| अब इस पुरे ग्रह में मशीने
ज्यादाऔर आदमीकम है। जो लोग है, वे मशीनोके गुलाम है। दुसरी और यहा के लोगो को एक विचित्र तरह का सडनरोग
होने लगा है। शरीर का कोई अंग अचानक सडना सुरू हो जाता है और फिर वह आदमी मर जाता है। इस रोग का इलाज इन्हें
अब तक नही मालूम हो सका है। लेकिन उस रोग का कारण वे मशिने ही है जो इन्हें नाकारा बनाए हुए है। यहाँ के वैज्ञानिकोने
मेरे बारे में सुना इन्होने सोचा कि क्यों न मुझे यहा बुलाया जाए। तब कोई ऐसी तरकीब सोची जाए की सडा हुआ अंग
काटकर उसके स्थान पर दुसरा अंग लगा दिया जाए। बस इसी कारण मेरा अपहरण हुआ है। आज मैं यहाँ बैठकर सोच रहाहु
कि हमारी पृथ्वी पर भी विज्ञान तेजीसे उन्नती कर रहा है। उद्योगो के विकास से मशीनो की संख्या बढ़ रही है। मशीनोऔर
कारखानोसे वातावरण दूषित हो रहा है। वह सब अगर जारी रहा और ज्यादा मात्रा मे हुआ तो पृथ्वी पर भी ऐसे ही दिन आने
मे देर नहीलगेगी। (gurh par vibhita darshan vale gatak)
Answers
Answered by
0
Answer:
aur ye desh Bharat hai ...........
Similar questions