इस कहानी के अनुसार मंगल ग्रह पर कभी आम जन-जीवन था। वह सब नष्ट
कैसे हो गया? इसे लिखो।
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Explanation:
मंगल ग्रह पर कभी आम जन-जीवन हुआ करता था लेकिन धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन आने लगा। सूरज में परिवर्तन होते ही वहाँ का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया। प्रकृति के बदले हुए रूप का सामना करने में वहाँ के पशु-पक्षी, पेड़-पौधे अन्य जीव अक्षम साबित हुए। एक के बाद एक सब मरने लगे।
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ANSWER:मंगल ग्रह पि जीवन सिूज मेंपरिवतिन आनेकी वजह सेनष्ट हो गया। धीिे-धीिेवाताविण मेंपरिवतिन
होनेलगा मजसेप्राकृमतक संतलुन मबगड़ गया। प्रकृमत के बदलेहुए रूप का सामना किनेमेंवहााँके
पश-ुपक्षी, पेड़-पौधेअन्य जीव अक्षम सामबत हुए।
Explanation:
एक समय था जब लोग मंगल ग्रह पर जमीन के ऊपर रहते थे, ये पुरखे बगैर किसी तरह के यंत्रों की मदद के, बिना किसी खास किस्म के पोशाक के रहते थे लेकिन धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन आने लगा। इससे धरती पर रहने वाले कई प्रकार के जीव धीरे-धीरे एक के बाद एक मरने लगे। इस परिवर्तन का कारण सूर्य में आया परिवर्तन था। सूर्य में परिवर्तन होते ही प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया।