Hindi, asked by shivkumarratre71, 5 hours ago

इस पद्यांश के संदर्भ प्रसंग व्याख्या कीजिए -
जेठ जरै जग चलै सुवारा, उठहिं बवंडर परहिं अंगारा।
उठै आगि औ आवै आंधी, नैन न सूझ भरौ दुख आंधी।
चढ़ा असाढ़ गगन घन गाजा, साजा विरह दुढ़ ढल
साजा।
धूम साम धौरे घन धाए, सेत धजा सग-पांति देखाएं।
खड़ग सीजु चमकै चहुँ ओरा, बूद-सान सरसहिं चहुँ
ओर ॥ ​

Answers

Answered by anjaliswaransingh
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sorry nahi pata

aur question samaj mein Nahi aaya

Answered by monapal01266
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संदर्भ प्रसंग व्याख्या

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