इस विशाल जगत में उनके लिए धैर्य अपना मित्र बुद्धि अपने पथ प्रदर्शक और आत्मा वलबन ही अपना सहायक था समझाइए
Answers
Answered by
1
मुंशी वंशीधर अपनी नई नौकरी के लिए घर से निकले थे. उनके अंदर ईमानदारी का जोश था उन्होंने अपने धैर्य को अपना मित्र माना, अपनी बुद्धि को ही उन्होंने अपना मार्गदर्शक माना, और अपनी औकात में भरता को ही अपना सहायक.
Similar questions