(iv) नृपः किमर्थं बुभुक्षितः आसीत्?
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Answer:
भवतः नाम किं?
आपका नाम क्या है?
Tatoeba-2020.08
काइंगा वास्तुकला शैली (ओडिया: କଳିଙ୍ଗ ସ୍ଥାପତ୍ୟକଳା) एक ऐसी शैली है जो प्राचीन कालिंग क्षेत्र या ओडिशा, पूर्वी बंगाल और उत्तरी आंध्र प्रदेश के पूर्वी भारतीय राज्य में विकसित हुई है। शैली में तीन अलग-अलग प्रकार के मंदिर होते हैं: रेखा देला, पिधा देवला और खखारा देवला। पूर्व दो विष्णु, सूर्य और शिव मंदिरों से जुड़े हुए हैं जबकि तीसरा मुख्य रूप से चामुंडा और दुर्गा मंदिरों के साथ है। रेखा देला और खखारा देवला में पवित्र अभयारण्य है, जबकि पिधा देवला बाहरी नृत्य और हॉल पेश करता है।
काइंगा वास्तुकला शैली (ओडिया: କଳିଙ୍ଗ ସ୍ଥାପତ୍ୟକଳା) एक ऐसी शैली है जो प्राचीन कालिंग क्षेत्र या ओडिशा, पूर्वी बंगाल और उत्तरी आंध्र प्रदेश के पूर्वी भारतीय राज्य में विकसित हुई है। शैली में तीन अलग-अलग प्रकार के मंदिर होते हैं: रेखा देला, पिधा देवला और खखारा देवला। पूर्व दो विष्णु, सूर्य और शिव मंदिरों से जुड़े हुए हैं जबकि तीसरा मुख्य रूप से चामुंडा और दुर्गा मंदिरों के साथ है। रेखा देला और खखारा देवला में पवित्र अभयारण्य है, जबकि पिधा देवला बाहरी नृत्य और हॉल पेश करता है।
Priyanka Athley
देव भोः पितरस्माकं परस्मिन् व्योम्नि तिष्ठसि। त्वदीयं कीर्त्यतां नाम तस्मिन् प्रीतिः सदास्तु नः॥ स्थाप्यतां तव सम्राज्यमत्रैव पृथिवीतले। भवेह सिद्धसंकल्पो यथासि स्वस्य धामनि॥ अन्नं दैनन्दिनं दत्त्वा पालयास्मान् दिने दिने। क्षमस्व चापराधान् नो ज्ञात्वाज्ञात्वा तु वा कृतान्॥ यथास्माभिर्हि चान्येषाम् अपराधा हि मर्जिताः। हे प्रभो न तथैवास्मान् गमयाधर्मवर्त्मनि॥ लोभात्पापप्रवृत्तिश्च दौरात्म्याच्चैव मोचय। युक्तमेतत् यतस्तेऽस्ति राज्यं प्रभाववैभवं। अत्र परत्र सर्वत्र अद्य श्वश्च युगे युगे॥
हे हमारे स्वरगिक पिता, तेरा नाम पवित्र माना जाए, तेरा राज्य अाए, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग मे॑ पूरी होती है॑, वैसे पर्िथ्वी पर भी हो, आज हमे॑ उतना भोजन दे, जो हमारे लिए आवश्क है, हमारे अपराध शमा कर, जैसे हम दूसरो के अपराध शमा करते है, हमारे विश्वास को मत परख पर॑तु हमे शैतान से बचा.
Tatoeba-2020.08