(iv)
प्रश्न 2. 'अनोखी घड़ी' का राज पाकर दीपू खुश था, वह राज
उत्तर
1
Answers
Answered by
2
Answer:
अनोखी घड़ी का राज पाकर दीपू खुश था, क्योंकि अनोखी घड़ी का राज यह था कि हमारे शरीर के अंदर ही एक घड़ी प्राकृतिक घड़ी होती है, जो हमें नियत समय पर जगा देती है। ... तब उसकी दादी ने सुबह जल्दी उठने के लिए उसे एक उपाय बताया और कहा कि रात को सोते समय तकिए से सुबह जगा देने की प्रार्थना करके सो जाओ।
Similar questions