(iv) 'सामने तरु मालिका अट्टालिका प्राकार' से क्या आशय है ?
खण्ड-'ख'
निम्नलिखित में से किसी एक पर लगभग 200 शब्दों में निबंध लिखिए :
(अ) वैश्विक महामारी : कोरोना वायरस
(ब) 'ऑनलाइन शिक्षा' : वर्तमान परिप्रेक्ष्य में
(स) पर्यावरण प्रदूषण
(द) जहाँ चाह वहाँ राह
D
C
Answers
(iv) 'सामने तरु मालिका अट्टालिका प्राकार' से क्या आशय है?
✎... ‘सामने तर मालिका अट्टालिका प्राकार’ से आशय यह है कि वह स्त्री कड़ी धूप में पत्थर तोड़ रही है, लेकिन उसके लिए पल-भर सुस्ता लेने के लिए आसपास कोई भी छायादार पेड़ नहीं है, जबकि उसके ठीक सामने ही एक विशाल भवन था, जिसमें पंक्ति में अनेक पेड़ लगे थे।
कवि का कहने का भाव यह है कि गरीबों के लिए कोई भी सुख नहीं है। सुख का उपयोग केवल धनी लोग करते हैं। गरीब व्यक्ति हमेशा कड़ा परिश्रम करने के बावजूद शोषित किए जाते हैं, जबकि साधन संपन्न लोग ऐशो-आराम से जीते हुए हर तरह के सुख का उपभोग करते हैं।
———————————————————————————————————————
कोरोना वायरस - कोविड-19 : एक वैश्विक महामारी (निबंध)
पूरे संसार में कोरोनावायरस आज आतंक का पर्याय बन चुका है। आज पूरे संसार में यह एक महामारी के रूप में अपने पैर पूरी तरह जमा चुका है। दरअसल कोरोनावायरस कई तरह के विषाणुों यानी वायरस का एक समूह है, यह अनेक तरह के प्राणियों में रोग उत्पन्न करने की क्षमता रखता है।
यह आरएनए टाइप का वायरस होता है जो प्राणियों के श्वसन तंत्र में संक्रमण पैदा करता है जिसके कारण सर्दी-जुकाम होने के साथ-साथ खांसी, नाक बहना, तेज बुखार आदि जैसे लक्षण पैदा हो जाते हैंष जिनके कारण मरीज की स्थिति कभी-कभी अत्यंत गंभीर हो जाती है और उसकी मृत्यु होने तक की संभावना पैदा हो जाती है।
दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से उत्पन्न होने वाला नोवेल कोरोनावायरस कोरोना वायरस समूह के वायरसों में एक ताजा नवीनतम वायरस है, इसलिये इसे नोवेल कोरोना वायरस कहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका नाम कोविड 19 रखा है। चीन के वुहान शहर से निकलकर ही ये कोरोनावायरस पूरे संसार में फैल चुका है और इस वायरस ने विश्व के लगभग सभी देशों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
वर्तमान समय में इस वायरस के आतंक से सबसे अधिक अमेरिका और यूरोप के देश पीड़ित हैं। अमेरिका इस देश से पीड़ित होने वाले देशों में सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। अमेरिका में 15 अप्रेल 2020 तक 28000 से ज्यादा मौत हो चुकी हैं और छह लाख से अधिक व्यक्ति इसकी चपेट में आ चुके हैं। इटली में 21000, स्पेन में 18000, फ्रांस में 17000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। पूरे संसार में 15 अप्रेल तक इस वायरस से सवा लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 20 लाख से अधिक व्यक्ति इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।
इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नही निकल पाया है। विश्व भर के सभी वैज्ञानिक तेज गति से इसका वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में लगे हैं। आने वाले समय में संभावना है कि एक से डेढ़ वर्ष के अंदर इस वायरस का वैक्सीन आ जाए। फिलहाल इस वायरस के संक्रमण से बचाव का एकमात्र उपाय सामाजिक दूरी बनाए रखना, पर्याप्त सुरक्षा मानक अपनाना, साबुन से नियमित रूप से हाथ धोना, वायरस संक्रमित लोगों से दूर रहना आदि हैंं।
यह वायरस छोटे बच्चों और वृद्ध व्यक्तियों पर अधिक प्रभावी होता है और क्योंकि छोटे बच्चों और व्यक्तियों की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। यह वायरस कमजोर रोग प्रतिरक्षा प्रणाली वालों पर अधिक असरदार है।
विश्व के अनेक देशों में इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिये लॉकडाउन चल रहा है। भारत भी उन देशों में से एक देश है, जहाँ पर 25 से 3 मई तक 21 और 19 कुल 40 दिनों का लाकडाउन चल रहा है।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○