India Languages, asked by Navjot9945, 10 months ago

इयं ज्ञानिनां चैव वैज्ञानिकानां
विपश्चिज्जनानामियं संस्कृतनाम्।
बहूनां मतानां जनानां धरेयं
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः॥

शब्दार्थ : इयम्-यह। ज्ञानिनाम्-ज्ञानियों की। विपश्चित्-यन्त्रविद्या को जानने वाले। जनानाम्-लोगों की। संस्कृतानाम्-सुसंस्कारित लोगों की। बहूनाम्-बहुत से। मतानाम्-मतों (विचारों) के मानने वालों की।

सरलार्थ : यह (भारतभूमि) ज्ञानियों की, वैज्ञानिकों की, यन्त्रविद्या को जाननेवालों की (इंजीनियरों की) और सुसंस्कृत (गुणी) जनों की भूमि है। यह धरती बहुत से मतों (विचारों-सम्प्रदायों) के लोगों की है। अतः धरती पर यह स्वर्ण जैसी भारत भूमि शोभा पाती है।

Answers

Answered by Lakshith1211
1

Answer:

एनसीईआरटी कक्षा 8 संस्कृत अध्याय 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः डाउनलोड या पढ़ने के लिए यहां उपलब्ध है। जो छात्र 8वीं कक्षा में हैं या किसी भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं जो कक्षा 8 संस्कृत पर आधारित है, वे छात्र तैयारी बेहतर करने के लिए एनसीईआरटी संस्कृत – रुचिरा E – Book का उपयोग कर सकते हैं। डिजिटल एनसीईआरटी पुस्तक कक्षा 8 संस्कृत पीडीएफ का उपयोग करना हमेशा आसान होता है।

यहां आप कक्षा 8 संस्कृत एनसीईआरटी पुस्तक के अध्याय 13 को पढ़ सकते हैं। अध्याय के बाद आप कक्षा 8 के संस्कृत के नोट्स, एनसीईआरटी समाधान, महत्वपूर्ण प्रश्न, प्रैक्टिस पेपर्स आदि के लिंक प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 8 एनसीईआरटी संस्कृत अध्याय 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः नीचे प्राप्त करें।

Explanation:

Thanks, follow, 5 star, brainliest

Similar questions